राज्य
राजनाथ तक पहुंची शिकायत, प्रेसिडेंट रिट्रीट के पास बन रहा प्रियंका गांधी का घर
शिमला. यहां के छराबड़ा इलाके में बन रहा प्रियंका गांधी का घर फिर विवादों में है। शिमला के बीजेपी एमएलए सुरेश भारद्वाज ने इसे लेकर राजनाथ सिंह से शिकायत की है। अपने लेटर में भारद्वाज ने लिखा है कि प्रियंका के घर के पास ही राष्ट्रपति का गेस्ट हाउस ‘प्रेसिडेंट रिट्रीट’ है, लिहाजा, सिक्युरिटी को देखते हुए घर बनाने की मंजूरी रद्द की जानी चाहिए। 2008 से बन रहे इस घर का कंस्ट्रक्शन लगभग पूरा हो चुका है। रिटायर्ड आर्मी अफसर को नहीं मिली थी मंजूरी…
– भारद्वाज ने कहा है कि इसी जगह पहले एक रिटायर्ड आर्मी अफसर ने जमीन खरीदकर मकान बनाने की मंजूरी मांगी थी। लेकिन इसे पुलिस डिपार्टमेंट से लेकर राष्ट्रपति भवन तक ने रिजेक्ट कर दिया था।
– सुरेश के मुताबिक, अगर उस अफसर को घर बनाने की मंजूरी नहीं मिली तो ये प्रियंका गांधी को कैसे मिल गई?
– सुरेश ने सवाल उठाया कि मंजूरी देते हुए प्रियंका को एसपीजी सिक्युरिटी की बात कही गई, लेकिन ये जिंदगी भर के लिए न होकर एक साल के लिए ही होती है, जिसका रिव्यू किया जाता है।
– भारद्वाज ने एक न्यूज चैनल से कहा कि प्रियंका का घर हाइली सेंसिटिव एरिया में बन रहा है, इस पर रोक लगनी चाहिए।
– सुरेश ने सवाल उठाया कि मंजूरी देते हुए प्रियंका को एसपीजी सिक्युरिटी की बात कही गई, लेकिन ये जिंदगी भर के लिए न होकर एक साल के लिए ही होती है, जिसका रिव्यू किया जाता है।
– भारद्वाज ने एक न्यूज चैनल से कहा कि प्रियंका का घर हाइली सेंसिटिव एरिया में बन रहा है, इस पर रोक लगनी चाहिए।
तीन दिन पहले सोनिया भी देख चुकी हैं घर
– बता दें कि 14 जून को सोनिया भी प्रियंका का यह घर देखने आई थीं। सोनिया यहां डेढ़ घंटे रुकी थीं, जबकि प्रियंका काफी देर तक यहां रहीं।
– इस दौरान प्रियंका के साथ दिल्ली के कुछ आर्किटेक्ट भी मौजूद थे। छत को लेकर प्रियंका ने कुछ इंस्ट्रक्शन्स भी वहां काम कर रहे लोगों को दिए थे।
उठते रहे हैं सवाल
– प्रियंका ने 2007 में करीब 4 बीघा जमीन यहां 47 लाख रुपए में खरीदी थी।
– आरोप है कि उस वक्त मार्केट रेट 1 करोड़ रुपए बीघा था, लेकिन प्रियंका के लिए हिमाचल सरकार ने लैंड रिफॉर्म्स एक्ट के सेक्शन 118 के तहत नियमों में ढील दी थी।
– इस सेक्शन के तहत यह जरूरी है कि हिमाचल के रहने वाले लोग ही जमीन खरीदें, लेकिन प्रियंका को फिर भी यह जमीन मिली।
– इसी विवाद के चलते इस मकान को कंस्ट्रक्शन की मंजूरी नहीं मिल पा रही थी।
– आरोप है कि उस वक्त मार्केट रेट 1 करोड़ रुपए बीघा था, लेकिन प्रियंका के लिए हिमाचल सरकार ने लैंड रिफॉर्म्स एक्ट के सेक्शन 118 के तहत नियमों में ढील दी थी।
– इस सेक्शन के तहत यह जरूरी है कि हिमाचल के रहने वाले लोग ही जमीन खरीदें, लेकिन प्रियंका को फिर भी यह जमीन मिली।
– इसी विवाद के चलते इस मकान को कंस्ट्रक्शन की मंजूरी नहीं मिल पा रही थी।
प्रियंका को पसंद नहीं आया था कंस्ट्रक्शन
– यह भी बता दें कि शुरुआत में कंस्ट्रक्शन कंपनी का काम प्रियंका को पसंद नहीं आया था।
– उन्होंने 40% हिस्सा तुड़वा कर उसे नए सिरे से बनाने को कहा था। बताया जाता है कि प्रियंका सीमेंट के ज्यादा इस्तेमाल से खफा थीं।
– यह मकान दो मंजिला है। इसमें इंटीरियर डेकोरेशन का काम देवदार की लकड़ी का है।
– बता दें कि प्रियंका इसी मामले में हाईकोर्ट से नोटिस भी मिल चुका है।
– उन्होंने 40% हिस्सा तुड़वा कर उसे नए सिरे से बनाने को कहा था। बताया जाता है कि प्रियंका सीमेंट के ज्यादा इस्तेमाल से खफा थीं।
– यह मकान दो मंजिला है। इसमें इंटीरियर डेकोरेशन का काम देवदार की लकड़ी का है।
– बता दें कि प्रियंका इसी मामले में हाईकोर्ट से नोटिस भी मिल चुका है।
पहाड़ी डिजाइन में बन रहा है मकान
– घर का खाका दिल्ली के एक इंटीरियर डिजायनर ने तैयार किया है।
– पिछले साल जून में प्रियंका खुद दिल्ली से इंटीरियर डिजायनर को लेकर शिमला आई थीं। घर पहाड़ी शैली में बनाया जा रहा है।
– पिछले साल जून में प्रियंका खुद दिल्ली से इंटीरियर डिजायनर को लेकर शिमला आई थीं। घर पहाड़ी शैली में बनाया जा रहा है।
– प्रियंका ने राज्य सरकार से 2007 में घर बनाने के लिए जमीन खरीदी थी। उनका घर 8 हजार फीट की ऊंचाई पर है, जिसके चारों ओर पाइन के खूबसूरत पेड़ हैं।