संडे को खुलेगी ओपीडी, सीनियर सिटीजन के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट की पहल…
लखनऊ. सीनियर सिटीजन को इलाज के लिए मंडे का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अब उनके इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में संडे को भी डॉक्टर मौजूद रहेंगे। हेल्थ डिपार्टमेंट इस योजना पर काम कर रहा है। स्वास्थ्य राज्यमंत्री सुधीर रावत ने बताया कि योजना का खाका खींच लिया गया है।
योजना के पीछे यह है सोच
स्वास्थ्य राज्यमंत्री सुधीर रावत ने बताया, ”संडे को अस्पतालों में ओपीडी बंद रहती है। इस वजह से हर दिन काम पर जाने वाले लोगों को अपने बूढ़े मां-बाप या दादा-दादी को डॉक्टर के पास नहीं ले जा पाते। संडे को उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल या डॉक्टरों के पास जाना पड़ता है। ‘
‘दो जिलों में चलेगा पायलट प्रोजेक्ट’
स्वास्थ्य राज्यमंत्री सुधीर रावत ने बताया, ”योजना पर अभी विचार-विमर्श चल रहा है। सीएम से अप्रूवल के बाद इसे लागू किया जाएगा। पहले योजना सिर्फ दो जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की जाएगी।’
‘रोटेशनवाइज लगेगी ड्यूटी’
सुधीर रावत ने बताया, ”यह सब जानते हैं कि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर्स की कमी है। लेकिन इस योजना की खासियत यही है कि इसमें डॉक्टर्स की कमी नहीं होने दी जाएगी। इसमें दो या चार डॉक्टर और साथ में स्टाफ के दो या चार सदस्यों की ड्यूटी रोटेशनवाइज लगेगी। एक डॉक्टर का नंबर महीने या दो महीने में आएगा।’
शुरुआत में दो संडे लगेगी ओपीडी
सुधीर रावत ने बताया, ”शुरुआती दौर में हर महीने के दो संडे को ओपीडी खुलेगी। महीने के दूसरे और आखिरी संडे को बुजुर्ग अपनी सहूलियत के हिसाब से इलाज करा सकेंगे। योजना अगर सफल होती है तो इसे आगे भी बढ़ाएंगे।”