उत्तर प्रदेशराजनीति
2017 इलेक्शन पर नजर, मोदी की कैबिनेट में शामिल होंगे यूपी से 5 नए चेहरे
लखनऊ. मोदी की कैबिनेट में होने वाले फेरबदल और विस्तार के लिए नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने यूपी से 5 चेहरों को जगह देने पर सहमति जताई है। इनमें से 3 चेहरों को कैबिनेट में तो 2 को केंद्रीय संगठन में लाने की बात चल रही है। कैबिनेट में शामिल करने के लिए गोरखपुर सांसद योगी आदित्यनाथ और अपना दल सांसद अनुप्रिया पटेल के नाम पर बात हो चुकी है। इसके अलावा तीसरे चेहरे के लिए किसी दलित नाम या फिर राजस्थान के गर्वनर कल्याण सिंह के बेटे राजबीर में से किसी एक नाम पर मंथन जारी है। केंद्रीय संगठन के लिए किसका नाम तय…?
– केंद्रीय संगठन के लिए हाल ही में राज्यसभा लाए गए शिवप्रताप शुक्ला को शामिल करना लगभग तय हो चुका है।
– बता दें, मोदी कैबिनेट का विस्तार और फेरबदल 20 जून के बाद कभी भी हो सकता है।
– वहीं, 3 साल का कार्यकाल होने के बाद शाह भी अपनी टीम में खाली जगह को भरने और थोड़ा फेरबदल करने के लिए माथापच्ची कर रहे हैं।
– वहीं, 3 साल का कार्यकाल होने के बाद शाह भी अपनी टीम में खाली जगह को भरने और थोड़ा फेरबदल करने के लिए माथापच्ची कर रहे हैं।
तीसरे नाम के रूप में राजबीर का पलड़ा भारी
– पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट विस्तार और फेरबदल के मामले में यूपी को लेकर मंथन जारी है।
– इसमें संगठन स्तर पर योगी और अनुप्रिया के नाम पर सहमति बन चुकी है।
– हालांकि, संगठन स्तर पर चर्चा की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शाह और मोदी इसे अंतिम रूप देंगे।
– तीसरी नाम के रूप में फिलहाल राजबीर का पलड़ा भारी है। कल्याण सिंह की अनुपस्थिति में पार्टी लोध बिरादरी को संदेश देना चाहेगी।
– तीसरी नाम के रूप में फिलहाल राजबीर का पलड़ा भारी है। कल्याण सिंह की अनुपस्थिति में पार्टी लोध बिरादरी को संदेश देना चाहेगी।
लक्ष्मीकांत वाजपेयी के नाम पर भी चर्चा
– पार्टी सूत्रों ने बताया कि राज्यसभा लाए गए शिवप्रताप शुक्ला को अहम जिम्मेदारी दिया जाना लगभग तय है।
– हालांकि, संगठन के लिए लक्ष्मीकांत वाजपेयी सहित कुछ और चेहरों पर भी मंथन का सिलसिला जारी है।
– बता दें, मंत्रिमंडल और संगठन विस्तार के संदर्भ में पीएम मोदी-शाह और संघ के बीच चर्चा का एक दौर पूरा हो चुका है।
– हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
– हालांकि, संगठन के लिए लक्ष्मीकांत वाजपेयी सहित कुछ और चेहरों पर भी मंथन का सिलसिला जारी है।
– बता दें, मंत्रिमंडल और संगठन विस्तार के संदर्भ में पीएम मोदी-शाह और संघ के बीच चर्चा का एक दौर पूरा हो चुका है।
– हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
फोकस अब यूपी इलेक्शन पर
– दिल्ली और बिहार में हार के बाद अब बीजेपी का पूरा फोकस यूपी में 2017 में होने वाले इलेक्शन पर है।
– इसलिए मोदी नए चेहरों को मौका देना चाहते हैं।
– बीजेपी का भी मानना है कि अगर 2019 के आम चुनाव में फिर से वापसी करनी है, तो उसे यूपी में जीत दर्ज करनी होगी।
– इसलिए मोदी नए चेहरों को मौका देना चाहते हैं।
– बीजेपी का भी मानना है कि अगर 2019 के आम चुनाव में फिर से वापसी करनी है, तो उसे यूपी में जीत दर्ज करनी होगी।
मोदी ने अब तक सिर्फ एक बार किया है बदलाव
– मोदी और उनकी कैबिनेट ने 26 मई, 2014 को शपथ ली थी।
– उसके बाद से सिर्फ एक बार नवंबर, 2014 में कैबिनेट में बदलाव हुआ।
– तब बड़े चेहरों में शिवसेना से आए सुरेश प्रभु और गोवा के सीएम रहे मनोहर पर्रिकर को कैबिनेट में शामिल किया गया था।
– उसके बाद से सिर्फ एक बार नवंबर, 2014 में कैबिनेट में बदलाव हुआ।
– तब बड़े चेहरों में शिवसेना से आए सुरेश प्रभु और गोवा के सीएम रहे मनोहर पर्रिकर को कैबिनेट में शामिल किया गया था।
टीम मोदी में अभी कहां से कितने मंत्री?
– 66 मंत्रियों में से 13 उत्तर प्रदेश से।
– 8 बिहार से।
– 7 महाराष्ट्र से।
– 8 महिलाएं मोदी के कैबिनेट में।
– 34 मंत्री स्पेशलिस्ट, इनमें 15 वकील।
– 73 साल थी मनमोहन सरकार के मंत्रियों की एवरेज एज।
– 59 साल है अब मोदी मंत्रिमंडल के मेंबर्स की औसत उम्र।
– 7 मंत्री संघ से जुड़े हैं।
– 8 बिहार से।
– 7 महाराष्ट्र से।
– 8 महिलाएं मोदी के कैबिनेट में।
– 34 मंत्री स्पेशलिस्ट, इनमें 15 वकील।
– 73 साल थी मनमोहन सरकार के मंत्रियों की एवरेज एज।
– 59 साल है अब मोदी मंत्रिमंडल के मेंबर्स की औसत उम्र।
– 7 मंत्री संघ से जुड़े हैं।