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साउथ चाइना सी में चीनी नौसैनिकों की हालत खराब

बीजिंग, चीन किसी भी कीमत पर दक्षिण चीन सागर में अपनी हड़प नीति पर आमादा है। इसका सीधा असर चीनी नौसेना के जवानों की मानसिक सेहत पर पड़ता नजर हो रहा है। चीनी नौसेना के पनडुब्बी बल में काम करने वाले जवान खास तौर पर जिनकी तैनाती दक्षिण चीन सागर में नाभिकीय पनडुब्बियों पर हुई है.

दक्षिण चीन सागर में नाभिकीय पनडुब्बियों में काम करने वाला हर पांच में से एक नौसैनिक मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं से जूझ रहा है। यह अध्‍ययन किसी दूसरे देश ने नहीं बल्कि चीन के ही नौसैनिक विश्‍वविद्यालय ने किया है। रिपोर्ट के मुताबिक शंघाई के नौसैनिक चिकित्सकीय विश्वविद्यालय की ओर से 500 नौसैनिकों और अधिकारियों पर किए गए अध्ययन में पाया गया है कि चीन के नौसैनिक मनोवैज्ञानिक समस्याओं से जूझ रहे हैं।

दक्षिण चीन सागर में नाभिकीय पनडुब्बियों में काम करने वाला हर पांच में से एक नौसैनिक मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार है। नौसैनिकों से पूछे गए सवालों के जवाब के आधार पर अध्‍ययन में पाया गया है कि 21 फीसद नौसैनिक कर्मियों में मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित कुछ ना कुछ समस्याएं हैं। चीन की पनडुब्बियों में काम करने वाले ये नौसैनिक घबराहट और मानसिक भय जैसी स्थितियों का सामना कर रहे हैं।

हाल के वर्षों में चीन ने दक्षिण चीन सागर में अपनी नौसेना की तैनाती बढ़ा दी है। चीन के इस कदम का अ‍मेरिका ने विरोध किया है। अमेरिकी नौसेना ने इस इलाके से स्वतंत्र रूप से आवाजाही की वकालत की है। चीन और अमेरिकी नौसेना की तैनाती से यह क्षेत्र युद्ध का एक नया स्थल बन गया है।

ताइवान ने कहा था कि चीनी वायुसेना के कई विमानों ने पिछले हफ्ते उसके वायु क्षेत्र में घुसकर उड़ान भरी थी। जिस जगह पर चीनी विमानों ने उड़ान भरी थी वह स्थान ताइवान नियंत्रित प्रतास द्वीप के नजदीक है। उड़ान भरने वाले विमानों में लड़ाकू विमान के साथ-साथ परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम एच-6 बमवर्षक भी थे।

अमेरिकी विमान वाहक पोत के बासी चैनल से गुजरने के दौरान चीनी विमानों द्वारा किया गया सैन्य अभ्यास जानबूझकर किया गया था। अमेरिकी सेना ने शुक्रवार को कहा था कि दक्षिणी चीन सागर में पिछले हफ्ते चीनी सैन्य विमानों की उड़ानें बीजिंग के आक्रामक व्यवहार के अनुरूप है। हालांकि इस दौरान अमेरिका के विमानवाहक पोत थियोडोर रूजवेल्ट को किसी तरह के खतरे का सामना नहीं करना पड़ा था।

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