यूपी के किसानों को जल्द मिलेगा बकाया गन्ना भुगतान
लखनऊ। गन्ना किसानों को जल्द ही बकाए का भुगतान मिलने वाला है। केन्द्र सरकार द्वारा घोषित 3500 करोड़ रूपये की निर्यात सब्सिडी में से अकेले यूपी की चीनी मिलों को 2700 करोड़ मिलने हैं। यह राशि केन्द्र से मिलने लग गयी है और जल्द ही पूरी राशि मिल जाने की उम्मीद है।
गन्ना विकास व चीनी उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी ने ‘हिन्दुस्तान’ से बातचीत में बताया कि पिछले दिनों इस राशि से चीनी मिलें सीधे गन्ना किसानों के खातों में बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की राशि भेजेंगी। इसके अलावा गन्ने की खोई से बनने वाली बिजली का एक हजार करोड़ रूपया यूपी पावर कारपोरेशन पर बकाया है, इसमें से 500 करोड़ रूपये भी जल्द मिलने वाले हैं। इस धनराशि का उपयोग भी किसानों के पिछले गन्ना मूल्य भुगतान में ही किया जाएगा।
प्रदेश की चीनी मिलों द्वारा गन्ने की खोई से बनी बिजली बेचने के एवज में यूपी पावर कारपोरेशन से करीब 1000 करोड़ रूपये का भुगतान होना है। अगर यह दोनों धनराशि मिल जाएं तो चीनी मिलें किसानों का पिछला बकाया चुका सकती हैं मगर साथ ही साथ चालू पेराई सत्र के गन्ना मूल्य की भी देनदारी मिलों पर चढ़ने लगी है। अब चीनी मिलों ने बाजार में चीनी का ज्यादा से ज्यादा स्टाक उतारना शुरू कर दिया है। नतीजा-बाजार में चीनी के दाम गिरने लग गए हैं। बुधवार को थोक बाजार में चीनी के भाव 3100 रूपये प्रति कुंतल से भी नीचे चले गये जो कि केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम विक्रम मूल्य 3100 से भी कम है।
चीनी मिलों की उत्पादन लागत घट रही है। इस नुकसान से आने वाले समय में किसानों को उनका गन्ना मूल्य अदा करने में चीनी मिलों के सामने संकट खड़ा होने की आशंका बढ़ रही है। इस बारे में हाल ही में चीनी उद्योग की ओर से मौजूदा परिदृश्य की गहन समीक्षा के बाद एक पत्र शासन को भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि इस बार 10 दिसम्बर तक 128.28 लाख कुंतल अतिरिक्त गन्ने की पेराई की गयी।