दुनिया के 40 देशों ने ब्रिटेन की यात्रा पर लगाया प्रतिबंध, अलग- थलग पड़ने से हो सकती है खाद्य पदार्थो की कमी

लंदन, दुनिया के 40 देशों द्वारा हवाई प्रतिबंध लगाए जाने से ब्रिटेन अलग-थलग पड़ गया है। सबसे ज्यादा असर फ्रांस द्वारा लगाए गए प्रतिबंध से पड़ा है। फ्रांस जाने के लिए 1500 से अधिक ट्रक इंग्लैंड की सीमा में खड़े हैं। माना जा रहा है कि अगर प्रतिबंधों में ढील नहीं दी जाती है तो ब्रिटेन को खाद्य पदार्थों की कमी का सामना करना पड़ सकता है। उधर, प्रतिबंधों में ढील के लिए सोमवार को ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो से बात की।
स्कॉटलैंड ने ब्रिटेन के लिए अपनी सीमा बंद कर दी है और यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं फ्रांस ने पिछले 48 घंटे से ब्रिटेन से सभी प्रकार की सड़क, रेल, समुद्र और वायु सेवा पर रोक लगा दी है। जर्मनी ने यूके और दक्षिण अफ्रीका से सभी आगमन पर 6 जनवरी तक प्रतिबंध लगा दिया है। स्पेन और पुर्तगाल ने उड़ानों पर रोक लगा दी है। मैड्रिड केवल अपने नागरिकों या निवासियों को ब्रिटेन से प्रवेश करने की अनुमति दे रहा है। पोलैंड जिसके काफी लोग ब्रिटेन में रहते हैं, उसने आने वाली सभी यूके से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश हांगकांग ने सभी आने वाली ब्रिटेन की उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। पिछली रात से ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों की क्वारंटीन अवधि बढ़ा दी है।
फ्रांस के परिवहन मंत्री ने बताया है कि बुधवार को दोनों देश मालभाड़ा सेवा शुरू करने का एलान कर सकते हैं। ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने कहा, ‘हम फ्रांस स्थित अपने समकक्ष से लगातार कई मुद्दों पर बात कर रहे हैं। देखते हैं क्या निकलता है।’ जब उनसे पूछा गया कि क्या मंगलवार को कोई समझौता हो सकता है तो उन्होंने कहा कि समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
फ्रांस जाने के लिए तैयार खड़े ट्रक के ड्राइवरों का कोरोना परीक्षण कराकर उन्हें वहां भेजा जाए। हालांकि इस परीक्षण का परिणाम आने में 24 से 48 घंटे लगते हैं, इसलिए यह कहना मुश्किल है कि क्रिसमस से पहले कितने ट्रक जाकर वापस आ सकेंगे। उधर, ब्रिटेन के साथ यात्रा प्रतिबंध लगने के बाद तुर्की की सुपरमार्केट में अफरातफरी का दौर देखने को मिला है।
बड़े पैमाने पर यहां लोगों को टायलेट रोल, ब्रेड और सब्जियां खरीदते देखा गया। सरकार ने खाद्य पदार्थों की कमी नहीं होने का आश्वासन दिया है, लेकिन सुपरमार्केट का प्रतिनिधित्व करने वाले टेस्को और सेंसबरी ने कहा है कि अगर प्रतिबंध जारी रहते हैं तो ब्रिटेन से आने वाली सप्लाई चेन पर प्रभाव पड़ सकता है। उधर, जॉनसन और उनके सलाहकारों ने कहा कि कोरोना का नया स्वरूप इसलिए बहुत जल्द खोजा जा सका, क्योंकि ब्रिटिश विज्ञानी जीनोम सर्विलांस के अध्ययन में सबसे माहिर हैं।