कानूनी लड़ाई जारी रखेंगे ट्रंप, न्यायिक प्रणाली का इस्तेमाल करना लोकतंत्र पर हमला नहीं
वाशिंगटन, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तीन नवंबर को हुए चुनाव से संबंधित कानूनी लड़ाई जारी रखेंगे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कायली मैकनेनी का यह बयान इलेक्टोरल कॉलेज द्वारा जो बाइडन की जीत पर मुहर लगाने के एक दिन बाद आया है। बाइडन 20 जनवरी को शपथ ग्रहण करने वाले हैं। मैकनेनी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘राष्ट्रपति कानूनी लड़ाई जारी रखेंगे। कल जो कुछ हुआ वह संवैधानिक प्रक्रिया की दिशा में उठाया गया एक कदम था।’
मैकनेनी उस सवाल का जवाब दे रही थीं, जिसमें उनसे पूछा गया था कि क्या इलेक्टोरल कॉलेज द्वारा जीत पर मुहर लगाए जाने के बाद ट्रंप द्वारा उन्हें (बाइडन) व्हाइट हाउस में आमंत्रित करने की कोई योजना है। मैकनेनी ने चुनावों के खिलाफ ट्रंप द्वारा दायर मुकदमों का बचाव करते हुए कहा, ‘मुझे नहीं लगता है कि न्यायिक प्रणाली का इस्तेमाल करना किसी तरह से लोकतंत्र पर हमला है।’
न्यूयॉर्क के एक न्यायाधीश ने मंगलवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी को एक उपनगरीय संपत्ति से जुड़े दस्तावेज जांचकर्ताओं को सौंपने का आदेश दिया। कोर्ट ने ट्रंप आर्गनाइजेशन की उस दलील को ठुकरा दिया, जिसमें उसने कहा था कि इंजीनियर और उनके बीच हुई बातचीत कंपनी का विशेषाधिकार है और इसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। कोर्ट ट्रंप परिवार के व्यवसाय के तरीकों को लेकर जांच चल रही है। उधर, बाइडन के पुत्र हंटर बाइडन से जुड़े संघीय टैक्स मामले की जांच में ट्रंप एक विशेष वकील नियुक्त करने पर विचार कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर बाइडन ने पीट बटइग को अपनी सरकार का परिवहन मंत्री चुना है। रिपोर्टों के मुताबिक, 38 वर्षीय बटइग वर्ष 2020 के राष्ट्रपति चुनावों के दौरान बहुत जल्द चर्चा में आ गए थे। मार्च में आयोवा कॉकस में जीतने के बावजूद बटइग जल्द ही राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से बाहर हो गए। इसके बाद खुले तौर पर समलैंगिक राजनीतिज्ञ ने राष्ट्रपति पद के लिए बाइडन का समर्थन किया। बाइडन का कहना है कि बटइग ना केवल एक देशभक्त हैं बल्कि समस्याओं को सुलझाने में माहिर हैं।