उत्तर प्रदेश
जिला निर्वाचन जिलाधिकारी/जिलाधिकारी जसजीत कौर की अध्यक्षता में त्रिस्तरीय पंचायतों की निर्वाचक नामावलियों का वृहद पुनरीक्षण-2025 की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। !
विचार सूचक -: ( बिजनौर ) -: उप जिला निर्वाचन जिलाधिकारी/अपर जिलाधिकारी प्रशासन विनय कुमार, उप जिलाधिकारी सदर सहित सभी उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, खण्ड विकास अधिकारी, एडीओ पंचायत, सहायक निर्वाचन अधिकारी मौजूद थे।
जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती कौर ने कहा कि निर्वाचक नामावलियों का वृहद पुनरीक्षण-2025 का कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण और संवेदनशील है तथा राज्य निर्वाचन आयोग उत्तर प्रदेश के निर्देशों के अनुपालन में 18 जुलाई,2025 से निर्वाचक नामावलियों के पुनरीक्षण का कार्य शुरू हो चुका है,
निर्वाचन नामावलियों का जन सामान्य के लिए अंतिम प्रकाशन 15 जनवरी, 2026 निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि उक्त कार्यक्रम तिथि वार पूर्व में ही जारी किए जा चुका है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी सजगता, निष्पक्षता और जिम्मेदारी के साथ पूरा करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि नामावलियों के पुनरीक्षण के कार्य को पूरी पारदर्शिता और दक्षता के साथ पूर्ण कराने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा निर्गत दिशा-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करना सुनिश्चित करें ताकि किसी भी स्तर पर त्रुटि का अंदेशा न रहे।
उन्होंने सभी उप जिलाधिकारी एवं खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि वृहद पुनरीक्षण कार्यक्रम का ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक प्रचार प्रसार करना सुनिश्चित करें तथा जन सामान्य की जानकारी के लिए पंपलेट एवं पोस्टर प्रकाशित कराकर ग्रामीण स्तरीय कर्मचारियों के माध्यम से ग्राम पंचायत में वितरित करायें ताकि ग्रामवासी जागरूक होकर उक्त कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभा सकें।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि एक मतदाता केंद्र पर यथासंभव केवल एक बीएलओ की ही नियुक्ति की जाए परंतु उस मतदान केंद्र पर 3000 से अधिक मतदाता नहीं होने चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि किसी भी दशा में एक बीएलओ को एक से ज्यादा मतदान केंद्र आवंटित न किए जाएं, भले ही उस मतदान केंद्र पर मतदाताओं की संख्या मानक से कम ही क्यों ना हो ताकि दावा आपत्ति प्राप्त करने के लिए बीएलओ मतदान केंद्र पर उपस्थित रह सके।