दो दिन चली लंबी पैमाइश के बाद हाई वोल्टेज ड्रामा का हुआ पटाक्षेप

सोहावल-अयोध्या। तहसील क्षेत्र के गांव बरई कला निवासी लोनिवि0 के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी चंद्रशेखर यादव पुत्र राम नरेश का अपना चक पूरा कराने के लिए शुक्रवार को कमिश्नरी के सामने टावर पर चढकर किए गए हाई बोल्टेज ड्रामा का शनिवार को समापन हो गया। सीआर ओ की अध्यक्षता में गठित की गई तहसील सदर के राजस्व टीम की दो दिनों तक चली जमीनी पैमाइश के बाद आंदोलित किसान के खेत की अगल बगल की नाली और चक मार्ग को जुताई कर रकबा पूरा करा दिया गया।
आरोप है कि अपने चक के करीब 7 बिस्वा रकबे को पूरा कराने के लिए दो वर्ष में तीन बार टावर पर चढ़ कर हंगामा कर चुके इस किसान की इस बार का टावर पर पेट्रोल सहित चढ़ कर विरोध जताना सफल रहा। जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य राजस्व अधिकारी की अध्यक्षता में गठित सदर तहसील की राजस्व टीम ने 2 दिन लगातार दिन भर लंबी पैमाइश के बाद अंततः यह निर्णय लिया की गाटा संख्या 55, 56 और 57 से जुड़े किसान चंद्रशेखर यादव लाल बहादुर शिव शरण तिवारी आदि के बीच कम हो रहे 52 एयर भूमि की पूर्ति हंगामा काट रहे किसानों के चक के दोनों तरफ बने चकमार्गो को काटकर पूरा किया जाए। इसके अतिरिक्त राजस्व टीम के पास और कोई विकल्प निकल ही नहीं पाया जिससे समस्या का समाधान हो।
जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे के निर्देशन में सीआरओ सतीश कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में सदर तहसील की गठित राजस्व टीम में एस डी एम सदर राम प्रसाद त्रिपाठी नायब तहसीलदार डी पी शुक्ला चकबंदी कानूनगो पैमाइश के लिए मौके जमे रहे। भारी पुलिस बल और राजस्व निरीक्षक और लेखपालों की मौजूदगी में चली इस भूमि पैमाइश के सम्बन्ध में पूछे जाने पर मुख्य राजस्व अधिकारी एस के त्रिपाठी ने बताया कि मामले का पटाक्षेप हो गया। आंदोलित किसान के चक के कम रकबे को इसके अगल बगल बने चकमार्ग और नाली से कुछ अंश लेकर पूरा करा दिया गया है। अब कोई शिकायत नहीं रह गयी है। अब जनमानस में इस बात को लेकर चर्चा है कि बीते कई महीनों से इस मामले को लेकर पैमाइश और छानबीन के बाद भी समस्या का समाधान न कर पाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर क्या कार्रवाई होगी? जिनके कारण जिला प्रशासन को मामले का संज्ञान लेना पड़ा।