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कोलकाता गैंगरेप मामले में विपक्ष ने साधा निशाना (विपक्ष ने )

कोलकाता : आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी छात्रा के गैंगरेप और हत्या के मामले ने सबको हिलाकर रख दिया था। इस बीच कोलकाता में एक बार फिर एक छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना देखने को मिली है। इस बार साउथ कोलकाता में कस्बा लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ गैंगरेप हुआ है। इस मामले में कस्बा पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से 2 कॉलेज के छात्र हैं जबकि एक कॉलेज का पूर्व छात्र है। वहीं अब इस घटना के बाद से राजनीति भी शुरू हो गई है। विपक्षी दलों ने   (विपक्ष ने )   सरकार पर जमकर निशाना साधा है।

‘सिर्फ रेप नहीं, राजनीति आधारित क्रूरता’
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस मामले को लेकर एक्स पर पोस्ट शेयर किया। पोस्ट में उन्होंने पीड़िता द्वारा दिए गए पूरे बयान की तस्वीर को भी अपलोड किया है। अमित मालवीय ने लिखा, ‘एम मतलब मनोजीत मिश्रा, जे मतलब जैब अहमद और पी मतलब प्रमीत मुखर्जी, तीनों कस्बा रेप केस के आरोपी हैं। पढ़िए पीड़िता ने अपनी शिकायत में क्या लिखा है। कॉलेज के गार्ड रूम में तैनात गार्ड को जाने के लिए कहा गया ताकि आरोपी उसके साथ छेड़छाड़ कर सकें। पीड़िता ने गार्ड से मदद मांगी, लेकिन उसने मना कर दिया। यूनियन के कमरे को अंदर से बंद कर दिया गया, जहां उसे टीएमसी के लिए लॉयल्टी प्रूव करने के लिए कहा गया। उसे हॉकी से मारा गया, उसके ब्वॉयफ्रेंड के मर्डर की धमकी दी गई। ये सिर्फ रेप नहीं, बल्कि राजनीति आधारित क्रूरता है, जिसे टीएमसी के छात्र राजनीतिक के बैनर तले किया गया है।’

“शैक्षणिक संस्थानों में छात्राएं सुरक्षित नहीं”
इसके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि यह दर्शाती है कि राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में छात्राएं सुरक्षित नहीं हैं। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में सीएम ममता बनर्जी के पुलिस (गृह) विभाग का काम संभालने के बावजूद राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘‘आरजी कर अस्पताल जैसे शीर्ष मेडिकल कॉलेज में महिला प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ दुष्कर्म-हत्या की घटना के बाद अब शहर के एक विधि महाविद्यालय में सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आई है।’’

“सीएम ममता को देना चाहिए इस्तीफा”
वहीं पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि इस अपराध के सिलसिले में व्यापक पैमाने पर एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘सीएम ममता बनर्जी को अपनी कुर्सी पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि कोलकाता पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी दीघा में हैं, जहां सीएम नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर से रथ यात्रा में भाग ले रही हैं। शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि मैं मांग करता हूं कि इस मामले की उचित और निष्पक्ष जांच करके जल्द से जल्द निपटारा किया जाए। आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल के हों।

“अपराधियों को सजा के बयान संरक्षण दे रही टीएमसी”
भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सत्ता में वापसी से ही, बंगाल की बहन और बेटियों पर जिस व्यवस्थित तरीके से दुर्दांत दुष्कर्मों का दौर प्रारंभ हुआ था वो थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार पुन: एक ऐसी ही घटना प्रकाश में आई है। मामला संदेशखाली का हो, आरजी कर मेडिकल कॉलेज का हो, कोलकाता लॉ कॉलेज का हो या बंगाल के किसी भी विद्यालय का हो, ऐसा प्रतीत होता है कि ममता बनर्जी के राज में बंगाल की बहन-बेटियों के साथ बलात्कार और अत्याचार होना बहुत सहज और सामान्य सी बात हो गई है। यह इसलिए चिंता का विषय है क्योंकि अधिकांश मामलों में उन अपराधियों का कोई न कोई संबंध सत्ताधारी दलों के साथ साफ-साफ दिखाई पड़ रहा है। इससे ये बात स्पष्ट है कि इन अपराधियों को सजा देने के बजाय संरक्षण देने का काम तृणमूल कांग्रेस की सरकार कर रही है। भाजपा इस दुखद क्षण में हर उस बहन और बेटी के साथ खड़ी है जो तृणमूल कांग्रेस के राजनीतिक संरक्षण में होने वाले अपराध की शिकार है।”

“क्या पश्चिम बंगाल में लड़कियां सुरक्षित नहीं?”
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने इस घटना पर कहा, “कोलकाता में लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ जो हुआ, वह बहुत दर्दनाक और गंभीर है। इससे पहले कोलकाता के मेडिकल कॉलेज की एक डॉक्टर के साथ भी ऐसी ही घटना हुई थी। क्या पश्चिम बंगाल में लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं? सीएम ममता बनर्जी खुद एक महिला हैं और वह राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रही हैं। उनकी सरकार इस मुद्दे को लेकर गंभीर नहीं है। जब विधानसभा चुनाव होंगे, तो भाजपा और एनडीए सरकार बनाएगी।”

कल्याण बनर्जी ने क्या कहा?
हालांकि टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, “मैं लॉ कॉलेज में हुई घटना का पक्षधर नहीं हूं। कुछ लोग इस तरह का अपराध करते हैं, लेकिन अगर कोई दोस्त अपने दोस्त के साथ बलात्कार करे तो क्या किया जा सकता है। क्या स्कूलों में पुलिस होगी? यह छात्रों ने एक अन्य छात्रा के साथ किया। उसकी (पीड़िता) सुरक्षा कौन करेगा? यह (दक्षिण कलकत्ता लॉ कॉलेज) एक सरकारी कॉलेज है। क्या पुलिस हमेशा वहां रहेगी?”

“बीजेपी ने रोका अपराजिता विधेयक”
पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री शशि पंजा ने कहा, ‘कोलकाता पुलिस ने 12 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मैं लड़की के परिवार से कहना चाहता हूं कि उसे न्याय मिलना चाहिए। जो लोग राजनीतिक रूप से दिवालिया हैं, वे राजनीति कर रहे हैं। सोशल मीडिया में राजनीति कर रहे हैं। विधानसभा में अपराजिता विधेयक पारित हो चुका है। अधिकतम सजा का प्रावधान किया गया है। भाजपा ने इस विधेयक को रोक कर रखा है।’ इसके अलावा टीएमसी नेता जयप्रकाश मजूमदार ने विपक्ष के नेता पर पलटवार करते हुए कहा, ‘‘इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के बजाय ऐसे अपराधों को रोकने के लिए रचनात्मक दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए।’’

 

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