अपना दल (एस) ने प्रदेश में 14 क्षेत्रीय अध्यक्षों की नियुक्ति की, अनुप्रिया पटेल की स्वीकृति से हुआ विस्तार !

लखनऊ -: अपना दल (सोनेलाल) ने संगठन को सशक्त और प्रभावी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 14 परिक्षेत्रीय अध्यक्षों की नियुक्ति की है। यह घोषणा पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल की स्वीकृति के बाद की गई, जिसे प्रदेश अध्यक्ष जाटव आर.पी. गौतम द्वारा आधिकारिक रूप से जारी किया गया।नवगठित परिक्षेत्रीय अध्यक्षों की यह टीम पार्टी के सांगठनिक ढांचे को जिलों और मंडलों के स्तर पर मजबूती देगी।
सभी नियुक्तियां क्षेत्रीय सामाजिक और राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए की गई हैं, जिससे आगामी चुनावी रणनीतियों को जमीन पर प्रभावी रूप से लागू किया जा सके।लखनऊ परिक्षेत्र की जिम्मेदारी शैलेन्द्र कुमार पोनू को दी गई है, जो लंबे समय से संगठन में सक्रिय भूमिका निभाते आ रहे हैं। बरेली परिक्षेत्र के लिए दानिश जीशान खान को नियुक्त किया गया है, जो अपने क्षेत्र में युवाओं के बीच मजबूत पकड़ रखते हैं। देवीपाटन में राकेश वर्मा, बस्ती में आत्माराम चौधरी, प्रयागराज में मानिक चन्द्र और वाराणसी परिक्षेत्र में डॉ. नरेन्द्र पटेल को जिम्मेदारी सौंपी गई है।इसी क्रम में मीरजापुर परिक्षेत्र में महेन्द्र कोल, आजमगढ़ में रामदरश, गोरखपुर में विनोद पटेल, मेरठ में सुधीर पंवार, मुरादाबाद में जकीउल नासिर, चित्रकूट में बेटालाल, अयोध्या में राजेन्द्र पटेल और आगरा परिक्षेत्र में डॉ. महेश चौधरी जाट को संगठन के विस्तार और समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है।
पार्टी ने स्पष्ट किया है कि यह नियुक्तियां केवल पद भरने की प्रक्रिया नहीं हैं, बल्कि यह पार्टी की सांगठनिक क्षमता को गांव-गांव और वार्ड-वार्ड तक ले जाने का एक रणनीतिक प्रयास है। सभी नव नियुक्त अध्यक्षों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने क्षेत्र में पार्टी की विचारधारा को आम जनता तक पहुंचाएं और जनसमस्याओं को लेकर संघर्ष करें।अपना दल (एस) ने यह भी संकेत दिया है कि जल्द ही बूथ, सेक्टर और मंडल स्तर पर भी संगठनात्मक ढांचे को मजबूत किया जाएगा, जिससे पार्टी न केवल सामाजिक न्याय की आवाज को सशक्त बना सके, बल्कि आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भी निर्णायक भूमिका निभा सके।पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच इन नियुक्तियों को लेकर उत्साह का माहौल है। कई जिलों में स्वागत समारोह और अभिनंदन कार्यक्रमों की तैयारी शुरू हो चुकी है। इससे यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि अपना दल (एस) उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपनी मौजूदगी को और मजबूत करने के लिए पूरी तरह तैयार है।