नैनीताल में जून की बारिश बनी आफत, भीषण ओलावृष्टि से जनजीवन अस्त-व्यस्त !

सरोवर नगरी नैनीताल और उसके आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार सुबह से ही मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ नजर आया, जो दोपहर बाद मूसलाधार बारिश और भीषण ओलावृष्टि में बदल गया। अचानक हुई इस मौसमी मार ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया।
अचानक बदला मौसम का मिजाज, राहगीर और पर्यटक फंसे, खेतों में तबाही

सुबह से ही आसमान में घने बादल छाए हुए थे। दोपहर होते-होते अचानक तेज बारिश और ओलावृष्टि ने पूरे शहर को अपनी चपेट में ले लिया। पर्यटक, राहगीर और स्थानीय लोग जहां-तहां दुकानों, होटलों और ढाबों में पनाह लेने को मजबूर हो गए।
ओलों से सफेद हुआ पहाड़ों का नज़ारा
बारिश के साथ गिरे भारी ओलों ने दूरदराज़ के पहाड़ों को बर्फ की चादर जैसा दृश्य प्रदान किया, मानो जून में ही सर्दियों की वापसी हो गई हो। कई लोगों ने गर्मी के बावजूद ठंडे मौसम के कपड़े पहनने शुरू कर दिए।

खेतों को भारी नुकसान
इस तेज ओलावृष्टि से सबसे ज्यादा नुकसान काश्तकारों को हुआ है। फलों और सब्जियों की तैयार फसलें खेत में ही तबाह हो गईं। सेब, नाशपाती, आलू और टमाटर जैसे फसलों को भारी क्षति पहुंची है।
सड़कें बनीं दरिया, नाले उफान पर
तेज बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया। कई स्थानों पर नाले और नालियाँ उफान पर आ गए, और गंदा पानी झील में जाकर मिल गया, जिससे जलप्रदूषण का खतरा भी बढ़ा है। कुछ निचले इलाकों में लोगों के घरों तक पानी घुस गया है।

कोई बड़ा नुकसान नहीं
हालांकि प्रशासन के अनुसार, अब तक किसी बड़ी जनहानि की सूचना नहीं है, लेकिन स्थिति पर नजर रखी जा रही है। नगर पालिका और आपदा प्रबंधन टीमें साफ-सफाई और नालियों की बहाली में जुट गई हैं।