एनसीसी कैडेट आदित्य सिंह सेना में बने अधिकारी, लखनऊ विश्वविद्यालय और 64 यूपी बटालियन के लिए गर्व का क्षण !

लखनऊ -: लखनऊ विश्वविद्यालय और 64 यूपी बटालियन एनसीसी के लिए यह एक गौरवशाली उपलब्धि का क्षण है। विश्वविद्यालय के बीकॉम छात्र और एनसीसी के कैडेट अंडर ऑफिसर आदित्य सिंह (बैच 2020-2023) का चयन भारतीय सेना में अधिकारी के रूप में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (ओटीए) के माध्यम से हुआ है। यह चयन न केवल आदित्य की मेहनत, अनुशासन और समर्पण का परिणाम है, बल्कि 64 यूपी बटालियन की उत्कृष्ट प्रशिक्षण प्रणाली और मार्गदर्शन का भी प्रमाण है।
एनसीसी में अपने तीन वर्षों के कार्यकाल के दौरान आदित्य सिंह ने अनेक क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया। उन्होंने बताया कि एनसीसी ने न केवल उन्हें समूह समन्वय, नेतृत्व और सार्वजनिक संवाद जैसे गुण सिखाए, बल्कि यह भी सिखाया कि विभिन्न परिस्थितियों के अनुरूप कैसे ढलना है। उन्होंने कहा, “एनसीसी ने मुझे निर्णायक बनना, विनम्र रहना और समय प्रबंधन जैसे कौशल विकसित करने में मदद की। हमारे सीओ सर, एएनओ सर और वरिष्ठों के मार्गदर्शन ने मुझे सामाजिक जागरूकता कार्यक्रमों और भाषण प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।”
आदित्य ने एनसीसी के समारोहों के आयोजन से प्रबंधन क्षमताएं और ड्रिल के माध्यम से आत्मविश्वास व अनुशासन को मजबूत किया। जूनियर कैडेट्स को प्रशिक्षित करने से उनमें नेतृत्व क्षमता का भी विकास हुआ। उन्होंने एनसीसी कैंप, फायरिंग, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और टीम एक्टिविटीज को अपने व्यक्तित्व निर्माण में अहम बताया।
आदित्य की इस उपलब्धि पर लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय, लेफ्टिनेंट (डॉ.) रजनीश कुमार यादव, कमान अधिकारी कर्नल पी. पी. एस. चौहान और एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल अनिमेष राय ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। विश्वविद्यालय प्रशासन और एनसीसी इकाई ने विश्वास जताया कि यह सफलता न केवल आदित्य के लिए मील का पत्थर है, बल्कि अन्य कैडेट्स के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी।आदित्य सिंह की यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि अनुशासन, समर्पण और सही मार्गदर्शन से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। एनसीसी जैसे संगठन युवाओं को न केवल सेना बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में नेतृत्व और सेवा भावना के साथ आगे बढ़ने की दिशा देता है।