शोध पत्र कैसे लिखें” विषयक चार दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम प्रारंभ !
लखनऊ -: (17 मई 2025) -: भारतीय शिक्षा शोध संस्थान, सरस्वती कुंज, निराला नगर, लखनऊ एवं डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, मोहान रोड, लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में “शोध पत्र कैसे लिखें” विषय पर चार दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। उद्घाटन सत्र में शोध लेखन की मूल अवधारणाओं, उद्देश्यों तथा प्रकाशन प्रक्रिया की गुणवत्ता पर विशेष चर्चा हुई। कार्यक्रम का आरंभ वंदना और दीप प्रज्वलन से हुआ। अतिथियों का स्वागत डॉ. पी. के. खत्री ने किया एवं मंच संचालन श्री निधि सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. सुभाष कुमार एवं डॉ. विजय शंकर शर्मा ने स्वागत भाषण में कहा कि वर्तमान समय में शोध की गुणवत्ता एवं प्रामाणिकता सुनिश्चित करने हेतु ऐसे प्रशिक्षण आवश्यक हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो. एस. के. द्विवेदी ने शोध को समाज की समस्याओं का समाधान खोजने का माध्यम बताते हुए कहा कि “शोध केवल अकादमिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि परिवर्तन का औजार है।” उन्होंने शोध पत्र लेखन की नैतिकता, उद्देश्य व प्रक्रिया की व्याख्या की। चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले दिन ‘शोध लेखन के विभिन्न रूप’ एवं ‘लेख, आलेख व शोध पत्रः विभिन्न प्रयोजन’ विषयों पर व्याख्यान हुए। आगामी दिनों में शोध पत्र के अंगों, शोध पत्रिकाओं, सार लेखन, नैतिक पहलुओं एवं मूल्यांकन प्रक्रिया पर विषय विशेषज्ञ संवाद करेंगे।