अंतराष्ट्रीय

भारतीयों के हाथों में हथकड़ियां बांधकर क्यों किया गया डिपोर्ट? विदेश मंत्री जयशंकर ने दिया जवाब !

नई दिल्ली-: अमेरिका से वापस भेजे गए 104 भारतीयों को लेकर आज (06 फरवरी) संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने सवाल उठाए कि आखिर क्यों अमेरिका से डिपोर्ट किए गए लोगों को अमानवीय तरीके से भारत लाया गया।जब अमेरिका से 104 लोगों को भारत लाया जा रहा था तो उनके हाथों को हथकड़ियों और पैरों को बेड़ियों से बांधा गया था। विपक्षी सांसदों ने इस बात पर संसद में सवाल खड़े किए। इसके बाद इस मामले पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जवाब दिया। विदेश मंत्री ने बताया कि विमान द्वारा निर्वासन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया के तहत लोगों के हाथ पैर बांधे गए थे।

  • लोगों को अमेरिकी मिलिट्री विमान C 17 से लाया गया।
  • विदेश मंत्री जयशंकर ने डिपोर्शन को लेकर राज्यसभा में दिया जवाब।

दरअसल, जब लोगों को अमेरिकी मिलिट्री विमान C 17 से लाया जा रहा था तो उनके हाथों और पैरों को बांध दिया गया था। विपक्षी सांसदों ने सवाल खड़े किए कि आखिर उनके हाथों में हथकड़ियां क्यों लगाई गई? इस पर विदेश मंत्रालय की ओर से जवाब आया है।

मंत्रालय ने बताया कि विमान द्वारा निर्वासन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया के तहत लोगों के हाथ पैर बांधे गए थे। हालांकि,  महिलाओं और बच्चों पर ये नियम लागू नहीं होता। वहीं, टॉयलेट ब्रेक के दौरान लोगों को बांधा नहीं जा सकता है।

’40 घंटों तक हथकड़ी लगी रही’

अमेरिका से वापस आए लोगों ने दावा किया कि पूरी यात्रा के दौरान उनके हाथ-पैरों में हथकड़ी लगी रही तथा अमृतसर में उतरने के बाद ही उनकी बेड़ियां खोली गईं। पंजाब के होशियारपुर के ताहली गांव के 40 वर्षीय व्यक्ति उन 104 अवैध प्रवासियों में शामिल हैं, जो अमेरिका से भारत आए। हरविंदर सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि 40 घंटों तक हमें हथकड़ी लगाई गई, हमारे पैर जंजीरों से बंधे थे और हमें अपनी सीट से एक इंच भी हिलने नहीं दिया गया। बार-बार गुजारिश करने के बाद, हमें खुद को घसीटकर शौचालय ले जाने की अनुमति दी गई। चालक दल शौचालय का दरवाजा खोलता और हमें अंदर धकेल देता।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्या कहा?
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में कहा कि अमेरिकी नियमों के मुताबिक कार्रवाई हुई है। हर साल अवैध प्रवासियों को अमेरिका भारत वापस भेजती है। अवैध प्रवासी वहां अमानवीय हालात में फंसे थे। अवैध प्रवासियों को वापस लेना ही था। उन्होंने कहा कि डिपोर्टेशन कोई नया नहीं है। एस जयशंकर ने 2009 से अब तक के आंकड़े भी गिनाए और कहा कि हर साल अवैध प्रवासियों को वापस भेजा जाता है। विदेश मंत्री ने आगे कहा कि हम लगातार अमेरिकी सरकार से संपर्क में हैं ताकि भारतीयों के साथ किसी तरह का अमानवीय बर्ताव ना हो सके।

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