इंसानियत, तालीम और लखनऊ की विरासत को नया जीवन देने की पहल – अंबर फाउंडेशन के चेयरमैन वफा अब्बास
दिल्ली -: अंबर फाउंडेशन के चेयरमैन वफा अब्बास ने हाल ही में दिल्ली स्थित अकबर रोड आवास में भारत सरकार के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। यह मुलाकात न केवल एक औपचारिक बैठक थी, बल्कि समाज के भविष्य को संवारने के लिए एक नई दिशा देने का प्रयास भी था। इस मुलाकात के दौरान वफा अब्बास ने इंसानियत, शिक्षा और लखनऊ की ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण पर गहरी चर्चा की।
लखनऊ की ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण
लखनऊ की सांस्कृतिक धरोहरें हमारे ऐतिहासिक गौरव का प्रतीक हैं। वफा अब्बास ने इस चर्चा में विशेष रूप से शाह नजफ इमामबाड़ा, काज़मैन, गार वाली कर्बला, और छोटा इमामबाड़ा जैसे ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण और मरम्मत की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “यह इमारतें सिर्फ पत्थर और ईंट का ढांचा नहीं हैं, बल्कि हमारी अकीदत, विरासत और इतिहास का जीवित हिस्सा हैं, इन्हें संवारना और बचाना हम सभी की जिम्मेदारी है।”
अंबर फाउंडेशन की फ्री हेल्थ वैन
स्वास्थ्य सेवा को हर व्यक्ति का मौलिक अधिकार मानते हुए अंबर फाउंडेशन द्वारा फ्री मोबाइल हेल्थ वैन की पहल की जा रही है, जिसका उद्देश्य कमजोर वर्ग के लोगों को मुफ्त नेत्र शिविर और चिकित्सा परीक्षण उपलब्ध कराना है। वफा अब्बास ने रक्षामंत्री से इस परियोजना में मार्गदर्शन और सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा, “अगर एक भी जरूरतमंद को सही इलाज मिल सके, तो यही असली सेवा होगी।”
हज़रत अली अ.स. इंटरनेशनल सेंट्रल यूनिवर्सिटी की स्थापना
शिक्षा के क्षेत्र में भी वफा अब्बास की दृष्टि में सुधार और विस्तार की आवश्यकता है। उन्होंने हज़रत अली अ.स. इंटरनेशनल सेंट्रल यूनिवर्सिटी की स्थापना पर विचार साझा किया, जो आधुनिक और धार्मिक शिक्षा को समान रूप से बढ़ावा देने का कार्य करेगा। उनका कहना था, “इल्म और तालीम का दरवाजा हर गरीब और जरूरतमंद के लिए खुला रहना चाहिए, यही असली इंसाफ है।”
इंसानियत और तालीम की राह पर आगे बढ़ते कदम
वफा अब्बास ने अपने इस मिशन में इंसानियत और तालीम के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का आभार व्यक्त करते हुए समाज के विकास के लिए सरकार से सहयोग की उम्मीद जताई और कहा, “यह लड़ाई सिर्फ इमारतों के संरक्षण या योजनाओं की नहीं, बल्कि आने वाली नस्लों के भविष्य की है। जब तक हम एकता और भाईचारे के साथ आगे नहीं बढ़ेंगे, तब तक सही बदलाव नहीं आएगा।”
आप सबकी दुआओं का तलबगार
वफा अब्बास ने अंत में जनता से अपील की और कहा, “हर कदम जो इंसानियत, शिक्षा और सेवा के लिए उठाया जाता है, वह आपकी दुआओं के बिना अधूरा है।” उन्होंने सभी से इस नेक कार्य में अपना समर्थन और दुआएं देने की अपील की, ताकि इस मिशन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सके।