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आज उ0प्र0 अपनी स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण कर रहा , ‘मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान’ !

लखनऊ : – ( 24 जनवरी, 2025 ) -: उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की उपस्थिति में आज यहां उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर ‘मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान’ के ऑनलाइन पोर्टल का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में वर्ष 2024-25 के लिए 06 विभूतियों को उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान प्रदान किए गए। ‘मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान’ के लाभार्थियों को ऋण प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। साथ ही, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य पुरस्कार, विशिष्ट हस्तशिल्प प्रादेशिक पुरस्कार, संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार और विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लाभार्थियों को टूलकिट प्रदान की गयीं।
                उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी ने उत्तर प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वह सपरिवार आगामी 01 फरवरी को प्रयागराज महाकुम्भ में स्नान करने व आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए जाएंगे। यह उनके लिए गौरव का क्षण होगा। महाकुम्भ में वह यह संकल्प लेंगे कि सेवा राष्ट्र जितनी की जाए, वह कम है।
             उप राष्ट्रपति जी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विगत 07 से 08 वर्षां में उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बना है। अब उत्तर प्रदेश उद्यम प्रदेश बनने जा रहा है। प्रदेश में असीमित क्षमता है। वर्ष में 2018 से राज्य स्थापना दिवस समारोह मनाने की परम्परा एक सराहनीय कदम है। इसके लिए मुख्यमंत्री जी साधुवाद के पात्र हैं।
                                                प्रत्येक स्थापना दिवस पर एक योजना का प्रारम्भ की गयी। आज भी प्रदेशवासियों के लिए ‘मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान प्रारम्भ किया गया है। इस योजना से आने वाले 10 वर्षां में 10 लाख उद्यमी बनाने के साथ ही युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।  संविधान को लागू करने के 75 वर्ष अगले दो दिनों में पूरे होने जा रहे
उत्तर प्रदेश विकास का सूचक है। उत्तर प्रदेश की पहचान इसकी विकास की गति है। उत्तर प्रदेश निरन्तरता के साथ तीव्र गति से अप्रत्याशित प्रगति के पथ पर अग्रसर है। प्रदेश के लिए यह आसान नहीं था। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में चमत्कारी परिवर्तन कर विकास को धरातल पर स्थापित किया है। उत्तर प्रदेश को सुशासन प्रदेश की पहचान दी है। प्रदेश की प्रगति की चर्चा देश और विदेश में है। प्रदेश में दिख रहा ढांचा उच्चतम वैश्विक मानकों को पूरा करता है। उपराष्ट्रपति जी ने कहा कि विगत दशक में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश ने जो प्रगति की है, वह दुनिया में बेमिसाल है। विगत 10 वर्षां में किसी भी राष्ट्र ने उतनी छलांग नहीं लगायी, जितनी भारत ने लगायी है। आज भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति है।

आगामी 02 से 03 वर्षां में भारत विश्व की तीसरी महाशक्ति बनेगा – उपराष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की नियति आज योगी जी के सबल हाथों में है। इसका नतीजा है कि देश में उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बन गया है। प्रदेश की प्रभावी कानून-व्यवस्था देश की पहचान बन गयी है। मुख्यमंत्री जी ने 26 साल जनसेवा को समर्पित किए हैं। वह लगातार 02 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने वाले पहले व्यक्ति हैं। प्रजातांत्रिक व्यवस्था में जब हालात चुनौतीपूर्ण होते हैं, तब बात असरदार करनी होती है। बात संकेत में नहीं, स्पष्ट संदेश जाना चाहिए। उत्तर प्रदेश की प्रगति इस बात से पता चलती है कि देश में उत्तर प्रदेश ईज ऑफ डुइंग बिजनेस में 19वें से दूसरे स्थान पर आ गया है। प्रदेश में अपराध का स्तर कम हुआ है। प्रदेश में अपराध पर जो कुठाराघात किया जाता है, उसका संदेश उत्तम प्रदेश के बाहर भी जाता है।

” मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान’ युवाओं को उद्यमी बनाकर उ0प्र0  को उद्यमी प्रदेश के रूप में स्थापित करने में मील का पत्थर साबित होगा “

प्रतिवर्ष 01 लाख युवाओं को इस अभियान से अच्छादित किया जाएगा

  • अगले 10 वर्षों में 10 लाख ऐसे उद्यमी तैयार करने का लक्ष्य, जो इस फील्ड के माध्यम से युवाओं के लिए नया प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएंगे
  • इस योजना के अन्तर्गत अब तक 27,500 आवेदन प्राप्त, 6,800 से अधिक युवाओं  हेतु 254 करोड़ रु0 से अधिक का ऋण फाइनल स्टेज में स्वीकृत किया जा चुका
  • राज्य में एम0एस0एम0ई0 के माध्यम से 02 करोड़ से अधिक लोगों ने रोजगार प्राप्त किया
  • प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप अगले 04 वर्षों में प्रदेश  01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के रूप में स्वयं को स्थापित करेगा
  • जीवन के प्रत्येक क्षेत्र तथा तबके तक शासन की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के पहुंचाने का कार्य किया जा रहा
  • जीरो पॉवर्टी का लक्ष्य, इसका सर्वे चल रहा, हमारा प्रयास कि हम नए वित्तीय वर्ष में इसे लागू करें
उपराष्ट्रपति जी ने कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ ने पूरे विश्व का ध्यान अपनी ओर खींचा है। महाकुम्भ में 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के प्रबन्धन हेतु किये गये कार्य ने भारतीयों की प्रबन्ध कौशल का परिचय दिया है। इससे पूरी दुनिया आश्चर्य चकित है। विश्व की कई संस्थाएं इसका आकलन कर रही है, कि कैसे प्रदेश में इतना बड़ा आयोजन हो रहा है।  विकसित भारत बनाने के महायज्ञ में सबसे बड़ी आहुति उत्तर प्रदेश से हो रही है। आज भारतीय अर्थव्यवस्था में उत्तर प्रदेश का दूसरा स्थान है। आने वाले कुछ वर्षां में उत्तर प्रदेश देश में पहले स्थान पर पहुंचेगा। ‘वोकल फॉर लोकल’ के लिए प्रदेश में व्यापार और रोजगार की अपार सम्भावनाएं हैं। विकसित भारत के निर्माण में सबसे महत्वपूर्ण योगदान युवाओं का है। आज देश में युवाओं के लिए रोजगार की सम्भावनाएं लगातार बढ़ रही है।
उपराष्ट्रपति जी ने कहा कि हमें संकल्प लेना होगा कि हर परिस्थिति में हम राष्ट्र को सर्वापरि रखेंगे। भारतीयता हमारी पहचान है। अब आर्थिक स्वतंत्रतावाद की ओर आगे बढ़ने का समय आ गया है। देश का कच्चा माल भी बाहर नहीं जाना चाहिए। इसके लिए उद्योग वाणिज्य एवं ट्रेड एसोसिएशन को भी संकल्पित होना चाहिए। देश में गैर कानूनी शरणार्थियों के खिलाफ ठोस कदम उठाने की आवश्कता है। यह देश के अस्तित्व व स्थायित्व के लिए आवश्यकता है। यह शरणार्थी नौकरियों व चुनाव में असर डालते हैं। विश्व के कई विकसित देश इस समस्या पर ध्यान दे रहे हैं। हमें भी इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत की आत्मा है। वर्ष-2018 से उत्तर प्रदेश सरकार ने इस स्थापना दिवस को एक नई ऊर्जा और भव्यता के साथ मनाने की परम्परा शुरू की। इस वर्ष 24 से 26 जनवरी तक लखनऊ, नोएडा और प्रयागराज सहित सभी जिलों में इस उत्सव को भव्यता के साथ मनाया जा रहा है। इस वर्ष उत्तर प्रदेश की थीम है, ‘विकास व विरासतः प्रगति पथ पर उत्तर प्रदेश‘।
राज्यपाल जी ने कहा कि कुम्भ का आयोजन भी हमारी भव्य अध्यात्मिक विरासत की देन है। यह आयोजन भारत की हजारों वर्ष पुरानी सभ्यता और संस्कृति का जीवंत प्रतीक है। महाकुम्भ अपनी विशालता में ही नहीं विविधता में भी विशेष है। यहाँ अनेकता में एकता दिखाई दे रही है। कुम्भ में एकता के संकल्प के साथ आएं। प्रधानमंत्री जी ने आह्वान किया है कि ‘गंगा की अविरल धारा, न बंटे समाज हमारा‘। इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में प्रदेश ने अभूतपूर्व प्रगति की है।
                 उत्तर प्रदेश घरेलू पर्यटन में देश में पहले स्थान पर हैं। किसानों, महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाने के लिए केन्द्र और प्रदेश सरकार की बहुत सारी योजनाएं सफलतापूर्वक संचालित हैं। राज्यपाल जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश नवाचार के क्षेत्र में भी अग्रणी राज्य की भूमिका निभा रहा है। कोई भी देश और प्रदेश समृद्धता और विकास के शिखर पर तभी पहुंच सकता है, जब वहां की हर इकाई अपना सर्वोच्च राष्ट्र हित के लिए समर्पित करने को तत्पर हो। आज हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि हम उत्तर प्रदेश को एक ऐसा प्रदेश बनाएंगे, जहाँ हर व्यक्ति को शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ आत्मनिर्भरता के समान अवसर मिल सके।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि विगत 08 वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश अनलिमिटेड पोटेंशियल का प्रदेश बन गया है। प्रदेश ने अपनी आध्यात्मिक विरासत का संरक्षण करते हुए, स्वयं को देश में पर्यटन के सबसे बेहतरीन गंतव्य तथा कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाते हुए, स्वयं को निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में स्थापित किया है। राज्य फूड बास्केट के रूप में स्थापित हुआ है। सर्वाधिक एक्सप्रेसवे, एयरपोर्ट्स, रेलवे नेटवर्क, मेट्रो के साथ प्रदेश को देश की पहली रैपिड रेल तथा पहला वॉटर-वे प्रारम्भ करने का गौरव प्राप्त हुआ है। यह सर्वाधिक चीनी उत्पादन करने वाले राज्य के साथ-साथ सर्वाधिक चीनी उद्योगों को भी प्रारम्भ करने वाला राज्य है। आज उत्तर प्रदेश, भारत की अर्थव्यवस्था के ग्रोथ इंजन के रूप में स्वयं को स्थापित करने के लिए आगे बढ़ा है।
मुख्यमंत्री जी ने प्रदेशवासियों को उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यह हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण वर्ष है। प्रयागराज की धरती पर इस सदी का पहला महाकुम्भ पौष पूर्णिमा 13 जनवरी, 2025 से प्रारम्भ हो चुका है। विगत 10 दिनों में देश व दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों से आए 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुजन पूज्य संतों के सान्निध्य में माँ गंगा, यमुना जी तथा सरस्वती जी के संगम की पावन त्रिवेणी में डुबकी लगाकर पुण्य के भागीदार बने हैं। वह यहां से ‘त्रिवेणी का संदेश, एकता से अखण्ड रहेगा यह देश’ का संदेश लेकर गए हैं।
यह वर्ष इसलिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि जिस संविधान को बाबा साहब डॉ0 भीमराव आम्बेडकर जी द्वारा 26 नवम्बर, 1949 को संविधान सभा को सौंपा गया था, उस संविधान को लागू करने के 75 वर्ष अगले दो दिनों में पूरे होने जा रहे हैं। आज की तिथि भी उत्तर प्रदेश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। 24 जनवरी, 1950 को, यानी आज ही के दिन उत्तर प्रदेश की स्थापना का नोटिफिकेशन लागू हुआ था। उत्तर प्रदेश की स्थापना का कार्यक्रम एक लम्बी प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 1775 से 1833 तक यह फोर्ट विलियम अर्थात बंगाल के अधीन था। वर्ष 1834 में इसे बंगाल से अलग कर आगरा प्रेसीडेंसी के अधीन कर दिया गया। इसका मुख्यालय तत्कालीन इलाहाबाद था। वर्ष 1836 में इसका नाम नॉर्थ वेस्टर्न प्रोविंसेस पड़ा। वर्ष 1856 में अवध का अधिग्रहण होने के पश्चात इसका नाम नॉर्थ वेस्टर्न प्रोविंसेस एण्ड अवध रखा गया। वर्ष 1902 में इसका नामकरण युनाइटेड प्रोविंसेस आफ आगरा एण्ड अवध किया गया। वर्ष 1937 में यह युनाइटेड प्रोविंसेस के नाम से जाना गया। वर्ष 1949 में जब टिहरी गढ़वाल के अधीन जनपद रामपुर तथा वाराणसी, युनाइटेड प्रोविंसेस में सम्मिलित हुए तो 24 जनवरी, 1950 को इसका नाम उत्तर प्रदेश पड़ा। आज हम उत्तर प्रदेश की गौरवशाली यात्रा के साक्षी बन रहे हैं। स्वतंत्र भारत में अपनी स्थापना के पश्चात उत्तर प्रदेश वर्तमान रूप में हम सभी के सामने है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से वर्ष 2018 में तत्कालीन राज्यपाल श्री राम नाईक जी के मार्गदर्शन में राज्य में पहले उत्तर प्रदेश दिवस का आयोजन किया गया। आज उत्तर प्रदेश दिवस का 8वां संस्करण आयोजित हो रहा है। प्रदेश अपनी स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण कर रहा है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 07 वर्षों के कालखण्ड के दौरान प्रदेश के विभिन्न स्थापना दिवसों के अवसर पर अलग-अलग योजनाओं का शुभारम्भ किया गया। प्रथम स्थापना दिवस पर परम्परागत उद्यम पर आधारित ‘एक जनपद एक उत्पाद योजना’ को राज्य में लागू किया गया। द्वितीय स्थापना दिवस के अवसर पर ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ लागू की गई। आज प्रदेश के स्थापना दिवस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जी का आगमन हुआ है।
प्रदेश की स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर ‘मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान’ को आज उपराष्ट्रपति जी के कर-कमलों द्वारा प्रारम्भ किया जा रहा है। यह अभियान राज्य के युवाओं को उद्यमी बनाकर उत्तर प्रदेश को उद्यमी प्रदेश के रूप में स्थापित करने में मील का पत्थर साबित होगा। इसके अन्तर्गत प्रतिवर्ष 21 से 40 वर्ष आयु के 01 लाख युवाओं को अच्छादित किया जाएगा।
इसके तहत एम0एस0एम0ई0, कौशल विकास, खादी एवं ग्रामोद्योग, स्टार्टअप मिशन, तकनीकी तथा प्राविधिक शिक्षा द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत उद्यम स्थापित करने पर पहले चरण में 05 लाख रुपये ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया जाएगा। युवाओं को सरकार द्वारा 10 प्रतिशत तक मार्जिन मनी उपलब्ध कराई जाएगी। द्वितीय चरण में इस धनराशि को 10 लाख रुपये किया जाएगा। प्रदेश में एम0एस0एम0ई0 का सबसे बड़ा आधार है। राज्य में एम0एस0एम0ई0 के माध्यम से दो करोड़ से अधिक लोगों ने रोजगार प्राप्त किया है। यहां अगले 10 वर्षों में 10 लाख ऐसे उद्यमी तैयार करने का लक्ष्य है, जो इस फील्ड के माध्यम से युवाओं के लिए नया प्लेटफार्म उपलब्ध कराएंगे।
मुख्यमंत्री जी ने उपराष्ट्रपति जी के संज्ञान में लाते हुए कहा कि इस योजना के अन्तर्गत अब तक 27,500 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। 6,800 से अधिक युवाओं हेतु 254 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण फाइनल स्टेज में स्वीकृत किया जा चुका है। उपराष्ट्रपति जी द्वारा योजना का शुभारम्भ करने पर यह धनराशि उनके खाते में पहुंच जाएगी। इनमें से 05 युवाओं को इस मंच के माध्यम से उपराष्ट्रपति जी का आशीर्वाद प्राप्त होगा। इसके पश्चात मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान का कार्यक्रम प्रदेश के सभी 75 जनपदों में सम्पन्न होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2016-17 में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था 12 लाख करोड़ रुपये थी। इस वित्तीय वर्ष में यदि प्रदेश की अर्थव्यवस्था का अवलोकन किया जाएगा, तो यह 27 लाख करोड़ रुपये से अधिक की अर्थव्यवस्था होगी। प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप अगले 04 वर्षों में प्रदेश 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के रूप में स्वयं को स्थापित करेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में जीवन के प्रत्येक क्षेत्र तथा तबके तक शासन की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के पहुंचाने का कार्य किया गया है। गांव, गरीब, किसान, युवा तथा महिला आदि के विकास के लिए अनेक योजनाएं बनाई गई हैं। राज्य में थारू, कोल, मुसहर, बुक्सा, सहरिया, गोंड, चेरो आदि जनजातियों को शत-प्रतिशत सैचुरेशन के लक्ष्य के साथ जोड़ा गया है। भूमिहीनों को भूमि का पट्टा तथा आवासहीनों को आवास की सुविधा प्रदान की गई है। आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड व पेंशन कार्ड आदि सुविधाओं से वंचित लोगों को यह सुविधाएं उपलब्ध कराने के पश्चात अब उत्तर प्रदेश नई दिशा में आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा है कि जीरो पॉवर्टी के लक्ष्य को प्राप्त करना है। इसका सर्वे चल रहा है। हमारा प्रयास होगा कि हम नए वित्तीय वर्ष में इसे लागू करें। जब अगले सत्र में हम उत्तर प्रदेश दिवस के आयोजन पर एकत्रित हो रहे होंगे, तब तक राज्य के प्रत्येक परिवार को अपने सिर को ढकने के लिए छत प्राप्त हो जाए। जिनके पास जमीन नहीं है, उन्हें जमीन का पट्टा प्राप्त हो चुका होगा। आयुष्मान कार्ड तथा पेंशन कार्ड की सुविधा प्राप्त हो चुकी होगी। हर गरीब, वंचित, किसान, युवा तथा महिला को उसका हक प्राप्त होना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज यहां प्रदेश से जुड़ी हुईं 06 विभूतियों को उपराष्ट्रपति जी के कर-कमलों द्वारा उत्तर प्रदेश गौरव का सम्मान प्रदान किया जा रहा है।
इनमें जनपद वाराणसी के भौतिक विज्ञानी, संगीतकार, कवि तथा पारिस्थितिकी विज्ञानी श्री कृष्णकांत शुक्ल, वृंदावन के निवासी उद्यमी, पर्यावरणविद् तथा अमेरिकी ऊर्जा नीति विशेषज्ञ, क्लाइमेट ए0आई0 के सह संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, वर्ष 2022 के महान नवाचारों में टाइम पत्रिका द्वारा मान्यता प्राप्त श्री हिमांशु गुप्ता, जनपद कानपुर के उद्यमी किसान श्री मनीष वर्मा, जनपद बुलंदशहर की महिला उद्यमी सुश्री कृष्णा यादव, कृषि और उद्यम के क्षेत्र में कार्य करने वाले बुलंदशहर के कैप्टन सुभाष देशवाल तथा औद्यानिक फसलों में योगदान देने वाले बहराइच के डॉ0 जय सिंह सम्मिलित हैं।
इन लोगों ने अपने-अपने क्षेत्रों में किए गए विशिष्ट कार्यों द्वारा प्रदेश व देश को नई पहचान दी है। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जी की पत्नी श्रीमती सुदेश धनखड़, प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह, एम0एस0एम0ई0 मंत्री श्री राकेश सचान, सांसद डॉ0 दिनेश शर्मा, श्री संजय सेठ सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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