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हिल स्टेशन ये खूबसूरत, बर्फबारी के मामले में शिमला को भी देता है मात !
होटल संचालक व अन्य कारोबारी काफी उत्साहित -: पर्यटकों की आवाजाही से स्थानीय होटल संचालक व अन्य कारोबारी काफी उत्साहित हैं। गुरुवार को लोखंडी पहुंचे पर्यटकों ने बर्फबारी का भरपूर आनंद लिया। इस तरह क्षेत्र के पर्यटन स्थलों की रौनक बढ़ गई है।
सोमवार को हुई अच्छी बर्फबारी के चलते त्यूणी-चकराता-मसूरी राष्ट्रीय राजमार्ग पर लोखंडी से कनासर के बीच दस किमी हिस्से में बर्फ की मोटी परत जम गई थी।
उत्तराखंड के चकराता में हुई बर्फबारी ने पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित किया है। बर्फबारी का मनमोहक नजारा देखने बाहर से आने वाले कई पर्यटक अब लोखंडी-कनासर पहुंचने लगे हैं। जौनसार बावर की ऊंची चोटियां बर्फ से ढकी हुई हैं। पर्यटक बर्फबारी का भरपूर आनंद ले रहे हैं। इस बार अच्छे कारोबार की उम्मीद है ।
- हाईवे से हटाई गई बर्फ, लोखंडी और कनासर पहुंचे पर्यटक
- बर्फबारी का नजारा देख उत्साहित दिखे सैलानी, बढ़ी पर्यटन स्थलों की रौनक
- मार्गों पर बर्फ की मोटी परत जमने से पर्यटन स्थलों तक नहीं पहुंच पाए थे पर्यटक
इससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही। लोनिवि एनएच खंड डोईवाला ने हाईवे पर जमीन बर्फ को हटाने के लिए जेसीबी व स्नो कटर लगाए। विभाग ने अब बर्फ हटाकर वाहनों की आवाजाही के लिए हाईवे को खोल दिया है।
यातायात बहाल होने के साथ ही लोखंडी, कनासर, देववन, बुधेर, मोइला टाप व आसपास के अन्य पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ने लगी है। लोखंडी कनासर पहुंच रहे पर्यटक मौसम की बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठा रहे हैं। पर्यटकों ने मौज मस्ती के साथ पहाड़ की खूबसूरत चोटियों का दीदार किया।
इस बार अच्छे कारोबार की उम्मीद
होटल मालिक रमेश सिंह चौहान, श्याम सिंह राणा, रोहन राणा व पंकज चौहान ने बताया कि उन्हें इस बार अच्छे कारोबार की उम्मीद है। परिवार के साथ लोखंडी में बर्फबारी का नजारा देखने पहुंचे पूर्व ब्लाक प्रमुख खजान सिंह नेगी ने बताया कि हाईवे पर सफर के दौरान बर्फबारी का नजारा देखने लायक रहा।
होटल मालिक रमेश सिंह चौहान, श्याम सिंह राणा, रोहन राणा व पंकज चौहान ने बताया कि उन्हें इस बार अच्छे कारोबार की उम्मीद है। परिवार के साथ लोखंडी में बर्फबारी का नजारा देखने पहुंचे पूर्व ब्लाक प्रमुख खजान सिंह नेगी ने बताया कि हाईवे पर सफर के दौरान बर्फबारी का नजारा देखने लायक रहा।
चकराता में कहां घूमें?
- टाइगर फाल,
- देववन,
- खडंबा,
- मुंडाली,
- कोटी कनासर,
- मोइला टाप,
- बुधेर गुफा,
- चिंता हरण महादेव,
- सनराइज प्वाइंट,
- चिरमिरी टाप,
कैसे पहुंचे?
- यह स्थल उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से लगभग 86 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।
- देहरादून से आप मसूरी-नागथात और विकासनगर-कालसी होकर बस, टैक्सी या अन्य छोटे वाहनों से चकराता पहुंच सकते हैं।
- जौलीग्रांट (देहरादून) चकराता से 113 किमी. की दूरी पर स्थित निकटतम हवाई अड्डा है।
- निकटतम रेलवे स्टेशन देहरादून है।