जिहादियों ने अचानक किया हमला -: सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि एक दिन पहले, जिहादी समूह हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) और उसके सहयोगी गुटों ने उत्तरी अलेप्पो प्रांत के सरकारी नियंत्रण वाले क्षेत्रों पर अचानक हमला कर दिया। इससे तनाव के बीच सबसे भीषण लड़ाई शुरू हो गई।
अब तक 182 की मौत -: निगरानीकर्ता ने कहा कि चल रही लड़ाई में मरने वालों की संख्या बढ़कर 182 हो गई है, जिसमें एचटीएस के 102 लड़ाके, सहयोगी गुटों के 19 और 61 शासन बलों और संबद्ध समूहों के लड़ाके शामिल हैं।
रूसी हमले में इतने लोगों की गई जान -: निगरानी संस्था के प्रमुख रामी अब्देल रहमान ने कहा, ‘अलेप्पो के ग्रामीण इलाकों में गुरुवार को रूसी हवाई हमलों में 19 नागरिक मारे गए।’ उन्होंने कहा कि एक दिन पहले सीरियाई सेना की गोलाबारी में एक अन्य नागरिक की मौत हो गई थी।
सीरियाई राष्ट्रपति का करीबी सहयोगी है रूस -: रूस सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद का करीबी सहयोगी है और उसने 2015 में पहली बार सीरिया के गृहयुद्ध में हस्तक्षेप किया था, जिससे संघर्ष का रुख राष्ट्रपति के पक्ष में हो गया, जिनकी सेनाएं कभी देश के केवल पांचवें हिस्से पर नियंत्रण रखती थीं।
इन मार्गों को किया प्रभावित -: ब्रिटेन स्थित निगरानी संस्था ने कहा कि एचटीएस और उसके सहयोगी गुटों, जिनमें पड़ोसी तुर्की द्वारा समर्थित समूह भी शामिल हैं, ने दमिश्क-अलेप्पो अंतरराष्ट्रीय एम5 राजमार्ग को काट दिया। इसके अलावा एम4 और एम5 राजमार्गों के बीच जंक्शन को भी नियंत्रित कर लिया है।’ सीरिया के अंदर सूत्रों का नेटवर्क रखने वाली निगरानी संस्था ने कहा, ‘वर्षों पहले शासन बलों द्वारा फिर से खोले जाने के बाद राजमार्ग को अब सेवा से बाहर कर दिया गया है। एम5 और एम4 राजमार्गों का जंक्शन राजधानी और शासन के तटीय गढ़ लताकिया को क्रमशः दूसरे शहर अलेप्पो से जोड़ता है।’
14 हजाप से अधिक लोग हुए विस्थापित -: मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने कहा कि हिंसा के कारण 14,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं जिनमें से लगभग आधे बच्चे हैं। सीरिया एक दशक से अधिक समय से गृह युद्ध की चपेट में है, हालांकि हाल के वर्षों में संघर्ष की तीव्रता में कमी आई है।