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प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज,नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं -: अखिलेश ने कहा

प्रयागराज -: प्रयागराज में UPPCS कार्यालय के सामने हजारों छात्रों का प्रदर्शन चल रहा है। छात्र PCS और RO/ARO परीक्षा को एक ही दिन कराने की मांग कर रहे हैं। इस बीच पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लाठीचार्ज को निंदनीय बताते हुए भाजपा सरकार को घेरा है। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा, ‘युवा कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!’।
              उन्होंने लिखा, ‘युवा विरोधी भाजपा का छात्राओं और छात्रों पर लाठीचार्ज बेहद निंदनीय कृत्य है। इलाहाबाद में UPPSC में धांधली को रोकने के लिए अभ्यर्थियों ने जो जब मांग बुलंद की तो भ्रष्ट भाजपा सरकार हिंसक हो उठी। हम फिर दोहराते हैं : नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं। हम युवाओं के साथ हैं।’ प्रयागराज में UPPCS कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे छात्रोंं पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की घटना को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निंदनीय बताया है।
            उन्होंने भाजपा सरकार को घेरते हुए एक्स पर लिखा युवा कहे आज का नहीं चाहिए भाजपा!। बता दें कि यूपीपीएससी द्वारा पीसीएस-2024 प्रारंभिक और आरओ-एआरओ-2024 प्रारंभिक परीक्षा को दो दिन कराने के निर्णय का छात्र विरोध कर रहे हैं।
बता दें कि कुछ देर पहले प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।  बता दें कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पीसीएस-2024 प्रारंभिक और आरओ-एआरओ-2024 प्रारंभिक परीक्षा को दो दिन कराने का निर्णय लिया है। प्रतियोगी छात्र इसी निर्णय का विरोध कर रहे हैं। सोमवार की सुबह सैकड़ों प्रतियोगी आयोग के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। वह दो के बजाय परीक्षा एक दिन कराने की मांग कर रहे हैं।
                    प्रतियोगियों की भारी संख्या को देखते हुए मौके पर पुलिस, पीएसी के साथ आरएएफ के जवानों को तैनात किया गया है। आयोग जाने वाले रास्ता को ब्लाक करके आवागमन रोक दिया गया है। वहीं छात्र बैरिकेडिंग तोड़ आगे बढ़ गए हैं। लोकसेवा आयोग की पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा सात और आठ दिसंबर तथा आरओ-एआरओ प्रारंभिक परीक्षा 22 व 23 दिसंबर को प्रस्तावित है।
                                इस दो दिवसीय परीक्षा के निर्णय और नार्मलाइजेशन लागू करने के विरोध में छात्र आंदोलन कर रहे हैं। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय ने कहा कि भर्ती अधिसूचना के तहत 11 फरवरी को आरओ/एआरओ-2023 (प्रारंभिक) परीक्षा का आयोजन एक दिन में किया था, पेपर लीक कांड के बाद परीक्षा निरस्त हुई। इसके बाद आयोग ने प्रक्रिया बदलकर 22-23 दिसंबर को परीक्षा कराने की घोषणा कर दी।

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