उत्तर प्रदेश

सड़क सुरक्षा के लिए जनजागरूकता जरूरी – दयाशंकर सिंह

लखनऊ : – 16 अक्टूबर, 2024 ) -: प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दयाशंकर सिंह जी की अध्यक्षता में आज इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में सड़क सुरक्षा पखवाड़ा कार्यक्रम का समापन हुआ। उन्होंने कहा कि गांधी जयंती समारोह से शुरू होकर आज सड़क सुरक्षा पखवाड़े का समापन हो रहा है। सड़क सुरक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है एवं आज के समय में बहुत ही आवश्यक विषय भी है। आज प्रदेश 13 हाईवेज के साथ देश में सबसे अधिक हाईवेज वाला प्रदेश है, जिसमें से 06 हाईवेज बन चुके हैं एवं अन्य हाई-वेज पर कार्य तेजी से चल रहा है।

हाईवेज बनने से आवागमन में सुगमता के साथ-साथ समय का भी बचाव हो रहा है। साथ ही बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं भी चिन्ता का विषय हैं। उन्होंने उपस्थित लोगों से सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने एवं अन्य लोगों से कराने की अपील की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। उनसे उन्होंने सड़क सुरक्षा नियमों को अपने दिनचर्या में लाने का आह्वान किया।

  • परिवहन मंत्री ने किया सड़क सुरक्षा पखवाड़े का समापन के अवसर पर 28 नये इण्टरसेप्टर वाहनों को दिखायी हरी झण्डी
  • इण्टरसेप्टर वाहनों से सड़क सुरक्षा कार्य में आयेगी मजबूती
  • सड़क सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील विषय है
  • सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य

परिवहन मंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली जनहानि में उत्तर प्रदेश पूरे देश में प्रथम स्थान पर है, यह एक चिन्ता का विषय है। उन्होंने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली जनहानि को लेकर बहुत ही अधिक संवेदनशील हैं। उनकी अध्यक्षता में साल में दो बार सड़क सुरक्षा को लेकर बैठक आयोजित होती है। प्रदेश में जितनी मौतें कोरोना काल में भी नहीं हुई उससे अधिक मौतें (लगभग 23 हजार प्रतिवर्ष) सड़क दुर्घटनाओं की वजह से होती हैं। होने वाली मौतों में सबसे अधिक संख्या 18-35 आयु वर्ष वाले युवाओं की है। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत तक की कमी लाने का लक्ष्य है।

इसी के दृष्टिगत प्रदेश में समय-समय पर सड़क सुरक्षा अभियान के साथ-साथ सड़क सुरक्षा से जुड़ी विभिन्न प्रतियोगिताएं भी विभाग करा रहा है। इसके अलावा सभी कॉलेजों एवं विद्यालयों में रोड सेफ्टी क्लब का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग एवं स्टेक होल्डर विभाग (पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा, नगर विकास इत्यादि) के अलावा आमजन का भी सहयोग बेहद जरूरी है। आमजन की सहभागिता से ही लक्ष्य को प्राप्त करना संभव है।
परिवहन मंत्री ने कहा कि 2014 से पूर्व लोग जगह-जगह पर कूड़ा-कचड़ा फेक दिया करते थे, परन्तु देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में स्वच्छता पखवाड़े की शुरूआत के पश्चात अब परिस्थितियों में बदलाव आया है और लोग स्वयं साफ-सफाई तो कर ही रहे हैं, बल्कि गंदगी करने वाले लोगों को टोक भी रहे हैं। इसी प्रकार सड़क सुरक्षा को भी प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। इस अवसर पर उन्होंने लोगों को सड़क सुरक्षा से संबंधित शपथ भी दिलायी।

उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति स्व0 एपीजे अब्दुल कलाम का एक उद्धरण भी सुनाया-कहा ‘‘सपने वो नहीं होते हैं, जो रात में हम देखते हैं, बल्कि सपने वो होते हैं जो हमें सोने न दें। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत सोंच व दृढ़-इच्छाशक्ति से किया गया प्रत्येक कार्य सफल होता है। उन्होंने कहा कि दुपहिया वाहन चालक हेलमेट एवं चार पहिया चालक सीटबेल्ट का प्रयोग आवश्य करें। कार्यक्रम के दौरान नुक्कड़ नाटक एवं एलईडी पैनल पर विज्ञापन के माध्यम से उपस्थित लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया गया।

परिवहन मंत्री ने सड़क सुरक्षा को और मजबूत बनाने की दिशा में एक कदम बढ़ाते हुए कार्यक्रम के समापन के अवसर पर 28 नये इण्टरसेप्टर वाहनों को हरी झण्डी दिखायी। उन्होंने कहा कि इण्टरसेप्टर वाहनों के माध्यम से सड़क सुरक्षा के कार्य में और तेजी आयेगी एवं परिवहन विभाग के अधिकारियों को कार्य करने में सुगमता होगी। इण्टरसेप्टर वाहनों से ओवर स्पीडिंग, ड्रकेन ड्राइव, रांग साइड ड्राइविंग, मोबाइल इस्तेमाल की जांच में आसानी होती है। कार्यक्रम के दौरान अपर मुख्य सचिव परिवहन श्री एल0 वेंकटेश्वर लू, परिवहन आयुक्त श्री चन्द्रभूषण सिंह, अपर परिवहन आयुक्त श्री पुष्पसेन सत्यार्थी, श्री ए0के0 सिंह, संभागीय परिवहन अधिकारी श्री संजय कुमार तिवारी, श्री संदीप कुमार पंकज सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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