सरोजिनी नगर तहसील प्रशासन/ नगर निगम द्वारा बिजनौर कस्बे की सरकारी जमीन थाना पुलिस के साथ खाली कराई गई !
लखनऊ (सरोजनीनगर )- बिजनौर दरगाह तालाब के आगे प्रशासन का बुलडोजर गर्जा जब छोटे-छोटे प्लाट कट रहे थे निर्माण हो रहा थे तब प्रशासन नींद में सो रहा था, अब जब गरीब कमजोर ने अपने आशियाने वहां स्थापित कर लिए हैं तो यह कार्यवाही उनके सपनों पर घात कर रहे है। जमीन खाली कराया जाना उचित है।
लेकिन उन मगरमच्छों घड़ियालों अजगरों पर कार्यवाही कब होगी जो जमीन बेचकर पैसा इकट्ठा कर फरार हो चुके हैं और हो रहे है जिन अधिकारी कर्मचारियों के कार्यकाल में यह अवैध प्रापर्टी डीलर प्लाटिंग करा रहे थे ऐसे अधिकारियों, कर्मचारियों एवं प्रापर्टी डीलरों पर योगी सरकार का शिकंजा कसेगा। बिजनौर परिक्षेत्र की हजारों बीघे जमीन किन लेखपालों के समय में नीलाम होती चली गई। किस लेखपाल के कार्यकाल में सबसे ज्यादा सरकारी जमीन बेची गई। पुराने सरकारी नालियों , तालाबों कब्रिस्तान पर प्लाटिंग कैसे विकसित हुई यह उच्च अधिकारियों के लिए जांच का विषय है।