अयोध्या में 22 नवम्बर को खुला राष्ट्रीय अधिवेशन में देशभर के क्षत्रियों का जमावड़ा: राघवेन्द्र सिंह राजू
लखनऊ । झांसी की महारानी लक्ष्मीबाई का जन्म दिन पर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने श्रद्धासुमन अर्पित किए वरिष्ठ राष्ट्रीय महामंत्री राष्ट्रीय खुला अधिवेशन अयोध्या के कार्यक्रम प्रभारी राघवेंद्र सिंह राजू ने आज लखनऊ में समीक्षा के दौरान कहा कि जयंती पर हम उनको याद करें बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी कहा कि महारानी लक्ष्मीबाई जेैसी निर्भीक बहादुर,निडर साहसी महिला भारत तो छोड़ीये विश्व इतिहास के कोई नही हुआ और अब इस युग में होना भी असंभव है, इस अवसर परलखनऊ राज अपार्टमेन्ट कार्यालय पर कहा कि आगामी नवम्बर 22 को राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर अयोध्या के कार्यक्रम की तैयारियों की पूर्ण हो गई है, समीक्षा भी उन्होंने की कहा कि मुख्य अतिथि मा कुवर हरिवंश सिंह जी रहेंगे, हम 11 प्रस्तावों पर आम सहमति बनेगी देशभर से 29 प्रदेशों के प्रतिनिधियों के भाग लेने की स्वीकृति मिली है,अयोध्या के टी कालेज में आयोजित कार्यक्रम में संगठन के सभी पदाधिकारी 10000 वर्ग फुट में बने महाराणा प्रताप भवन के लोकार्पण समारोह में भी भाग लेंगे रू कार्यक्रम के आयोजक डॉ एच बी सिंह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष को क्षत्रिय रत्न से सम्मानित किया जाएगा हमारे कार्यक्रम में सांसद विधायक उत्तर प्रदेश के कई जनप्रतिनिधियों की भी सहभागिता होगी, आप सोच रहे होगे राष्ट्रीय अधिवेशन में किन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा होगी आज भारत आत्मनिर्भर बने पर समानता अधिकार की बात नहीं होती क्यो ? जनसंख्या नियंत्रण कानून की बात नहीं होती, सुप्रीम कोर्ट ने भी माना है कि आरक्षण मौलिक अधिकार नही, आर्थिक सीमा भी तय नहीं की जाती ?शिक्षा में आरक्षण खत्म नहीं किया जाता है ? क्षत्रियों के उत्थान आयोग का गठन नहीं होता ???? देश भर में सरकारी खर्चे से क्षत्रियों के म्यूजियम बने.महाराणा प्रताप जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित हो .जम्मू में महाराजा हरि सिंह के नाम से अवकाश घोषित कर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं हल्दीघाटी पर महाराणा प्रताप की अशवरोही प्रतिमा लगाई जाए, सामान्य जातियाँ अपने मुद्दों व मौलिक अधिकारो, अपने हक अधिकारो को लेकर एकमत नही है ,आपस में लड़ते हैं, मित्रों ,एसी एसी एक्ट कानून बना सारे राजनीतिक दल वोट व सामान्य जातियां के नेता गण सब चुप्पी साधे रहे बोट तंत्र मे यह कहा उचित कि बिना जॉच किसी निर्दोष को जेल भेजो, सच्चाई यह है जल्दबाजी मे निर्णय लिए गए है सब पारित हो ही गए, किसी भी दोषी को सजा मिले यह तो ठीक भी है, पर जातिय धर्म ,मजहब के नाम पर यह राजनीतिक उत्पीडऩ, स्वयं सुप्रीम कोर्ट ने माना था कि मामले बहुत फर्जी पाए गए पर अब नार्को टैस्ट किया जाए व कानून की समीक्षाएँ नही हुई .? यह भरत से बना भारत देश है, सभी जातियो अलग-अलग सनातन धर्म सहित सभी धर्म व मजहबो ,का यहॉ सम्मान होता है यही परंपरा व हमारी संस्कृति भी है ,पर वोट की सियासत में हम आपस में ही आज ,भिडते चले जा रहे हैं जो कौम पराक्रम करने वाली थी जातियां परिक्रमा करने लगी यही तो सियासत है ?? आज हर हाथ को काम हर खेत को पानी एजेंडे में था ,उस को साकार करना चाहिए, देश में जनसंख्या के अनुपात में रोजगार के सृजन होनी चाहिए बेरोजगारी आज बड़ी समस्या बन कर उभर रही .देश मे विकास की बात होना चाहिए। सबका साथ सबका विकास साकार होना चाहिए। मुद्दों आज हम समाज की प्रतिक्रिया व सभी सामान्य जातियो के संगठन को गंभीरता पूर्वक आत्ममंथन करें व आने वाली हर चुनीैती की समीक्षाएँ करे मेरा आग्रह कि.कोई बात जब तक सही पढ ले आप सोशल मीडिया ,व्हाट्सएप फेसबुक पर नकारात्मक कमेंट्री न करे। बैठक में कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर भुवनेश्वर सिंह राष्ट्रीय महासचिव कार्यालय प्रभारी सुखबीर भदौरिया युवा प्रदेश अध्यक्ष अंकित चौहान .अधिवक्ता महेन्द्र सिंह एडवोकेट प्रदेश महामंत्री जय गोविंद सिंह पूर्वांचल प्रदेश अध्यक्ष प्रीति कुमार सिंह सहित पदाधिकारियों ने भी अपने विचार रखे सभी ने कहा अयोध्या में होने वाला कार्यक्रम में ऐतिहासिक को भव्य है।