अमेरिका की जीत होगी’- जेलेंस्की
जेलेंस्की: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को चीन और ग्लोबल साउथ के देशों से अगले महीने स्विट्जरलैंड में एक शांति शिखर सम्मेलन में भाग लेने की अपील की. बता दें स्विस सरकार ने घोषणा की है कि वह जून के मध्य में यूक्रेन के लिए एक उच्च स्तरीय शांति सम्मेलन की मेजबानी करेगी, लेकिन साथ ही ये भी कहा कि रूस इसमें भाग नहीं लेगा.
सम्मेलन में चीन की मौजूदगी को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है. बीजिंग ने कहा है कि सम्मेलन से पहले ‘बहुत काम’ करने की जरुरत होगी.
जेलेंस्की ने कहा, ‘चीनी नेताओं का मानना है कि अगर रूस युद्ध हार जाता है… तो यह संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिम की जीत होगी, वे दोनों के बीच संतुलन बनाना चाहते हैं… इसलिए मैं चीन को शांति शिखर सम्मेलन में शामिल देखना चाहूंगा.’
पुतिन का यूक्रेन दौरा
यूक्रेनी राष्ट्रपति की टिप्पणी तब आई जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस सप्ताह बातचीत के लिए चीन का दौरा किया.
चीन का कहना है कि वह यूक्रेन संघर्ष में एक तटस्थ पक्ष है और उसने मध्यस्थ की भूमिका निभाने की मांग की है. लेकिन रूसी हमले की निंदा करने से इनकार करने के लिए, इसकी आलोचना होती रही है.
जेलेंस्की ने देशों से स्विट्जरलैंड में प्रतिनिधिमंडल भेजने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘यदि आपके राज्य का कोई प्रतिनिधि नहीं है, तो यह एक सार्वजनिक प्रतिक्रिया है कि आपके शांति चाहने का मतलब है कि कि रूस जीते.’
‘तीन मुद्दों पर समझौते की उम्मीद’
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने तीन मुद्दों की ओर इशारा किया जिन पर स्विट्जरलैंड में आम सहमति बन सकती है. उन्होंने कहा, पहला है – काला सागर में मुक्त नेविगेशन- यूक्रेनी अनाज का निर्यात वैश्विक खाद्य सुरक्षा को मजबूत कर सकता है. दूसरा, उन्हें ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हमले रोकने की अपील पर एक समझौते की उम्मीद है.
इसके साथ ही उन्होंने रूस को निर्वासित किए गए हजारों बच्चों की यूक्रेन वापसी की वकालत की. एक अपराध जिसके लिए अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने पुतिन के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया है.
जेलेंस्की ने कहा, ‘अगर हम अधिकांश देशों की सहमति के साथ इन तीन कदमों के साथ शिखर सम्मेलन से बाहर आते हैं… तो इसका मतलब होगा कि रूस उन्हें आगे नहीं ब्लॉक करेगा.’