भावी प्रधानमंत्री को बीजेपी ने सीएम तक ही सीमित : अखिलेश ( बीजेपी )
नई दिल्ली: बिहार में नीतीश कुमार समेत 9 नेता आज शपथ लेने जा रहे हैं. इनमें तीन बीजेपी नेता, तीन जेडीयू नेता और एक हम और एक निर्दलीय नेता शामिल हैं. नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन से अलग होने के बाद इंडिया गठबंधन के घटक दलों ने बीजेपी और नीतीश कुमार पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, “ये भाजपा का लोकसभा चुनाव हारने की हताशा का नतीजा है…जिसने साज़िश करके एक भावी प्रधानमंत्री को अपने साथ मिलाकर मुख्यमंत्री के पद तक ही सीमित कर दिया. भाजपा ( बीजेपी ) ने बिहार की जनता का अपमान किया है और जनमत का भी. जनता इस अपमान का जवाब भाजपा गठबंधन को लोकसभा का चुनाव हराकर देगी. बिहार का हर निवासी अपना अगला वोट, बिहार के सम्मान को बचाने के लिए डालेगा और भाजपा को हराने के लिए.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है कि भाजपा अपने जीवनकाल में इतनी कमज़ोर कभी नहीं थी, जितनी आज हो गयी. आज विश्वासघात का नया कीर्तिमान बना है. जनता इसका करारा जवाब देगी। कोई आप पर विश्वास न करे, एक व्यक्ति के रूप में किसीकी इससे बड़ी हार और कुछ नहीं हो सकती.
मल्लिकार्जुन खरगे ने क्या कहा?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि वह महागठबंधन छोड़ने के कुमार के फैसले के बारे में पहले से जानते थे. लेकिन उन्होंने ‘इंडिया’ को बरकरार रखने के लिए कुछ नहीं कहा. खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘देश में ‘आया राम-गया राम’ जैसे कई लोग हैं. पहले वे और हम मिलकर लड़ रहे थे. जब मैंने लालू (प्रसाद) जी और तेजस्वी (यादव) जी से बात की तो उन्होंने भी कहा कि नीतीश जा रहे हैं.”
नीतीश कुमार ने दे दिया था इस्तीफा
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल राजेन्द्र वी आर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल ने कुमार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और नयी सरकार के गठन तक उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा. राज्यपाल को इस्तीफा सौंपकर राजभवन से लौटने के बाद नीतीश ने संवाददाताओं से कहा, “मैंने आज मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.” उन्होंने कहा कि वह ‘महागठबंधन’ से अलग होकर नया गठबंधन बनाएंगे.