विद्युत विभाग की लापरवाही ने नैगवाँ के उपभोक्ताओं को बनाया बकायेदार

किशनी।चौराईपुर विद्युत उपकेन्द्र से पारेषित नैगवाँ के सैकड़ों विद्युत उपभोक्ताओं पर बिजली विभाग का लाखों बकाया है। इस बकायेदारी की असलियत उपभोक्ताओं के साथ साथ विभागीय कर्मचारियों की राजस्व वसूली में रुचि न लेना माना जा रहा है।ग्राम नैगवाँ की गलियों में 11 हजार वोल्टेज की लाइन पर डीपी लगाकर बिजली की सप्लाई होती है। विभाग के जिम्मेदार लोग नया कनेक्शन देते समय डीपी के नाम पर अथवा किसी डीपी के खराब होने पर अबैध उगाही में काफी रुचि रखते हैं। लेकिन बकाएदारों को समय से बिल अदायगी के प्रति जागरूकता में कोई रुचि नहीं लेता। आलम इतना लचर है कि विभाग द्वारा उपभोक्ताओं के लिये ओटीएस स्कीम का लाभ दिलाने, राजस्व वसूली बढ़ाने के लिये आज तक कोई कैम्प नहीं लगा है। एक लाइन मैन कभी कभार बकायेदारों को खटखटाता है लेकिन वह भी तत्काल रसीद न दे पाने के कारण अच्छा नतीजा नहीं मिल पाता। परिणाम स्वरूप उपभोक्ताओं पर विद्युत बिलों का बकाया इतना बढ़ गया जिसे बिना छूट के एक मुश्त जमा कर पाना सबके बस में नहीं है। आजकल ओटीएस स्कीम चल रही है। इसलिये दर्जनों बकायेदारों ने उद्धार होने के लिये गाँव में ही कैम्प लगाने की माँग की है।