अंतराष्ट्रीय

यमन के हूति विद्रोहियों ने लाल सागर में किया हाईजैक( लाल सागर)

यरुशलम. इज़राइल ने कहा कि यमन के हूती विद्रोहियों ने रविवार को महत्वपूर्ण लाल सागर  ( लाल सागर) नौवहन मार्ग में भारत जा रहे इजराइल से जुड़े एक मालवाहक जहाज का अपहरण कर लिया. इज़राइल को जब घटना की जानकारी मिली तो उस समय जहाज तुर्की के कोरफेज में था और भारत के पिपावाव की ओर जा रहा था. इस घटना के बाद यह आशंका जताई जा रही है कि इजराइल-हमास संघर्ष के कारण क्षेत्रीय तनाव एक नए समुद्री मोर्चे पर फैल सकता है.

यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई. विद्रोहियों ने रविवार को लाल सागर में इजराइल से जुड़े जहाजों को निशाना बनाने की धमकी दी थी. पिछले महीने, हूती विद्रोहियों पर समुद्र के महत्वपूर्ण नौवहन मार्ग से मिसाइल और ड्रोन भेजने का संदेह था.

इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि बहामास-ध्वज वाले अपहृत जहाज पर बुल्गारियाई, फिलिपिनो, मैक्सिकन और यूक्रेनी सहित विभिन्न राष्ट्रीयताओं वाले चालक दल के 25 सदस्य थे, लेकिन कोई इजराइली नहीं था. नेतन्याहू के कार्यालय ने ‘गैलेक्सी लीडर’ के अपहरण की निंदा करते हुए इसे “ईरानी आतंकी कृत्य” बताया. इजराइली सेना ने अपहरण को “वैश्विक परिणाम वाली बहुत गंभीर घटना” करार दिया.

इजराइली अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि जहाज ब्रिटिश स्वामित्व वाला और जापान द्वारा संचालित था. हालांकि, सार्वजनिक शिपिंग डेटाबेस में स्वामित्व विवरण जहाज के मालिकों को ‘रे कार कैरियर्स’ से जोड़ते हैं, जिसकी स्थापना अब्राहम ‘रामी” उन्गर ने की थी, जिन्हें इजराइल के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक के रूप में जाना जाता है.

उन्गर ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि उन्हें घटना के बारे में पता है लेकिन वह टिप्पणी नहीं कर सकते क्योंकि वह विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं. एपी द्वारा विश्लेषण किए गए नौवहन यातायात से जुड़ी एक वेबसाइट के उपग्रह डेटा से पता चला है कि ‘गैलेक्सी लीडर’ कुछ घंटे पहले तक सऊदी अरब के जेद्दा के दक्षिण-पश्चिम में लाल सागर में यात्रा कर रहा था.

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button