कामदेव नहीं भंग कर पाये नारद की तपस्या
( रामजी लाल गोस्वामी),मैनपुरी ( ब्यूरो रिपोर्ट)किशनी:नगर में युवा रामलीला क्लब किशनी के द्वारा आयोजित रामलीला में गुरुवार रात्रि रामलीला के मंच पर लीला के पहले दिन नारद मोह व राम जन्म लीला का मंचन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व चेयरमैन सरला चौहान,दिल्ली पब्लिक इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन रमेशचन्द्र गुप्ता,राष्ट्रीय गीतकार बलराम श्रीवास्तव व थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने फीता काटकर और भगवान गणेश की आरती उतारकर किया।
राष्ट्रीय गीतकार बलराम श्रीवास्तव ने कहाकि रामलीला में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के आदर्शों को ग्रहण करने की आवश्यकता है जीवन में कभी दुःख पास नही आयेगा।उन्होंने काव्य के माध्यम से भगवान राम की महिमा बताई।कार्यक्रम गुरुवार को दिबियापुर मंडल के प्रसिद्ध मंडलाधीश सौरभ द्विवेदी के निर्देशन में किया गया। देर रात्रि मंचित रामलीला के नारद मोह लीला में दिखाया गया कि नारद मुनि हिमालय के कंदरा में तप करने जाते हैं और वहां पहुंच कर प्रभु के तप में समाधि लगा लेते हैं। उनके तपस्या से देवराज इंद्र का इद्रासन हिल उठता है। इससे घबरा कर देवराज इंद्र ने कामदेव को हिमालय पर नारद मुनि की तपस्या को भंग करने के लिए भेजते हैं।कामदेव हर प्रकार के कला का प्रयोग कर परास्त हो जाते हैं। इसके बाद भी नारद मुनि के तप को भंग नहीं कर सके और उनके चरणों में गिर कर क्षमा याचना करने लगे। नारदजी ने कामदेव को क्षमा कर दिया। नारद ने इस कार्य के बाद काम और क्रोध को जीत लेने का अभिमान में डूब गये। यह बात भगवान शिव और अन्य देवताओं से कहते हुए भगवान विष्णु के पास पहुंच जाते हैं। नारद के इस अभिमान प्रभु इंद्र ने देख कर मायारूपी नगर की रचना कर देते हैं, जहां नारदजी एक सुंदर बाला को देख कर मोहित हो जाते हैं उस मोहिनी से विवाह करने के लिए श्री हरि से सुंदर रूप मांगते हैं। नारायण उन्हें बंदर का रूप प्रदान करते हैं। बंदर रूपी नारद को देख कर सब लोग नारद का उपहास करने लगे। नारदजी क्रोध में आकर नारायण को पृथ्वी पर आने का शाप दे देते हैं। इस तरह नारद मोह लीला को देख कर दर्शक गदगद हो गये।इस लीला के बाद रावण दिग्विजय,रामजन्म की लीला को दिखाया गया।रामलीला में ढाई फुट के कलाकार पंचम अलबेला ने लोगों को जमकर हंसाया।इससे पूर्व रामलीला कमेटी के अध्यक्ष दिनेश शर्मा व पदाधिकारियों ने मुख्य अतिथियों व थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह को प्रतीक चिन्ह भेंटकर व रामनामी पटका पहनाकर स्वागत किया।इस मौके पर पूर्व चेयरमैन अनिल मिश्रा,सुखदेव तोमर,गोपाल चौहान,गोविंद चौहान,बीटू यादव,आदेश गुप्ता,राहुल गुप्ता,नारायण चौहान,उमाकांत यादव,बॉबी भदौरिया,पूनिया चौहान,अम्बिकेश तिवारी,सुधीर रावत,रवि चौहान,राहुल चौहान,मंगल रावत,रवि गुप्ता,शिवा राठौर,गोल्डी गुप्ता विपिन राठौर,श्यामबिहारी मिश्रा,हरीराम शाक्य,भूरे गुप्ता आदि मौजूद रहे।
2-मुख्य अतिथियों का स्वागत करते रामलीला कमेटी अध्यक्ष व सदस्य