राज्य

एक परिवार, 20 दिन और 5 सदस्यों की मौत..  (एक परिवार,)

गढ़चिरौली: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में एक ही परिवार  (एक परिवार,) के 5 लोगों की मौत से हड़कंप मच गया है. हैरानी की बात यह है कि 5 लोगों की मौत 20 दिनों के भीतर हुई है और इससे भी हैरानी की बात है कि हत्या के आरोप में घर की ही दो महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल, एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि गढ़चिरौली में 20 दिनों में अपने परिवार के पांच सदस्यों की हत्या करने आरोप में दो महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि कथित तौर पर दोनों महिलाओं ने मृतकों से छुटकारा पाने के लिए भोजन और पानी में जहर मिलाया, जो उन्होंने तेलंगाना से लाया था. इन दोनों ने इस हत्या को फूड प्वाइजनिंग के रूप में पेश करने की कोशिश की थी.

सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपियों में से एक स्पष्ट रूप से अपने पति और ससुराल वालों द्वारा समय-समय पर ताने दिए जाने से नाराज थी, जबकि दूसरी महिला अपनी पैतृक संपत्ति के बंटवारे को लेकर पीड़ितों से असहमत थी. जहर दिए जाने के कारण परिवार के दो अन्य सदस्य और उनका ड्राइवर भी बीमार हो गए. गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने एक बयान में कहा कि इलाज के बाद तीनों की हालत अब स्थिर है.

पुलिस के मुताबिक, परिवार के 5 सदस्यों की मौतें 26 सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच हुईं. मृतकों को अंगों में झुनझुनी, पीठ के निचले हिस्से और सिर में तेज दर्द, काले होंठ और भारी जीभ की शिकायत थी. महज 20 दिनों के भीतर में परिवार के 5 सदस्यों की हत्या से रिश्तेदार से लेकर स्थानीय लोग हैरान थे. पुलिस के मुताबिक, अहेरी तहसील के महागांव गांव के शंकर कुंभारे और उनकी पत्नी विजया कुंभारे 20 सितंबर को बीमार पड़ गए और कुछ ही समय में उनकी हालत बिगड़ गई. उन्हें पहले चंद्रपुर और फिर नागपुर के एक बड़े अस्पताल ले जाया गयाय.

अधिकारी ने बताया कि हालांकि 26 सितंबर को शंकर की मृत्यु हो गई, उसके अगले दिन उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई. जब कुंभारे के परिवार के सदस्य मौतों पर शोक मना रहे थे, तभी शंकर के बेटे रोशन और बेटियों कोमल दहागावकर और आनंद उर्फ ​​वर्षा उराडे में भी ठीक उसी तरह के लक्षण दिखाए दिए और उन्हें भी अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया. पुलिस विज्ञप्ति में कहा गया है कि डॉक्टरों द्वारा विभिन्न दवाओं की मदद लेने के बावजूद 8 अक्टूबर से 15 अक्टूबर के बीच तीनों की मृत्यु हो गई. इस तरह 20 दिनों में परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई और परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट गया. वहीं, शंकर का दूसरा बेटा सागर, जो दिल्ली में रहता है और अपने माता-पिता का अंतिम संस्कार करने के लिए अपने गांव आया था, वापस जाने के बाद उसकी तबीयत खराब हो गई. पुलिस ने कहा कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी, जिसके बाद उनकी हालत स्थिर हो गई.

पुलिस के मुताबिक, इसके बाद शंकर और विजया को चंद्रपुर ले जाना वाला रिवार का ड्राइवर भी बीमार हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी. वहीं, एक रिश्तेदार, जो परिवार की सहायता के लिए चंद्रपुर और नागपुर गया था, ने अंगों में झुनझुनी, पीठ के निचले हिस्से और सिर में तेज दर्द और होंठों का काला पड़ना जैसे लक्षण की शिकायत की और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. अधिकारी ने कहा कि डॉक्टरों को संदेह है कि पीड़ित किसी प्रकार के जहर से प्रभावित हुए हैं, लेकिन प्रारंभिक जांच से यह साबित नहीं हो सका. पुलिस ने कहा कि कुंभारे परिवार में मौतों की बाढ़ के बीच रोशन की पत्नी संघमित्रा और शंकर के बहनोई की पत्नी रोजा रामटेके ने कहा कि ये मौतें फूड प्वाइजनिंग की वजह से हुईं. एसपी नीलोत्पल ने कहा कि रहस्यमयी मौतों और अस्पष्ट कारणों से तीन लोगों की अस्पताल में भर्ती होने के बारे में सतर्क होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच के लिए पांच टीमों का गठन किया.

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि संघमित्रा ने अपने माता-पिता की इच्छा के खिलाफ रोशन से शादी की थी. जाहिर तौर पर रोशन और उसके ससुराल वाले उसे अक्सर ताना मारते थे. दूसरी ओर पुलिस ने पाया कि रोजा रामटेके की अपनी पैतृक संपत्ति के बंटवारे को लेकर पीड़ितों के साथ झगड़ा था. अधिकारी ने कहा कि उन्होंने अपनी जांच दो महिलाओं के इर्द-गिर्द केंद्रित की और इस तरह हत्याओं की गुत्थी सुलझाई. पुलिस के अनुसार, संघमित्रा और रोजा ने जिन्हें वे अपना दुश्मन मानते थे, उन्हें खत्म करने की साजिश रची. रोजा ने जहर लेने के लिए तेलंगाना की यात्रा की थी और जब भी मौका मिला दोनों ने इसे पीड़ितों के भोजन और पानी में मिला दिया. कुम्भारे परिवार के ड्राइवर ने उस बोतल से पानी पी लिया, जो शंकर और विजया पहली बार चंद्रपुर जाते समय ले जा रहे थे. पुलिस ने बताया कि पानी में जहर मिलाया गया था और इसके कारण ड्राइवर बीमार हो गया.

एसपी नीलोत्पल ने बताया कि दोनों महिलाओं को बुधवार सुबह हिरासत में लिया गया. मुख्य रूप से हत्या का मुख्य कारण पति समेत ससुराल वालों द्वारा मानसिक प्रताड़ना और पैतृक संपत्ति को लेकर विवाद है. उन्होंने कहा कि आगे की जांच गढ़चिरौली पुलिस द्वारा की जा रही है और इसमें और लोगों के शामिल होने की संभावना की भी जांच की जा रही है.

.

 

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button