इसरो की मंगल ग्रह पर दूसरा मिशन भेजने की तैयारी ( मंगल ग्रह )

नई दिल्ली. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन मंगल ग्रह ( मंगल ग्रह ) पर एक और अंतरिक्ष यान भेजने के लिए तैयार है. इसरो ने अपने पहले प्रयास में इस लाल ग्रह की कक्षा में एक रॉकेट को सफलतापूर्वक स्थापित करके इतिहास रचने के नौ साल बाद फिर से मंगलयान भेजने की तैयारी की है. इसरो के के अधिकारियों ने कहा है कि भारत का दूसरा मार्स ऑर्बिटर मिशन-2 चार पेलोड ले जाएगा. मंगलयान-2 के वैज्ञानिक उपकरण मंगल ग्रह के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करेंगे. जिसमें अंतरग्रहीय धूल, मंगल ग्रह का वातावरण और पर्यावरण शामिल हैं.
इसरो के एक अधिकारी ने कहा कि “ये सभी पेलोड विकास के विभिन्न चरणों में हैं.” नौ साल पहले 24 सितंबर को भारत ने अपने पहले ही प्रयास में मंगल की कक्षा में प्रवेश करके इतिहास रचा था. यह एक ऐसी उपलब्धि थी, जो तब तक किसी भी अन्य अंतरिक्ष एजेंसी ने हासिल नहीं की थी. मंगलयान-2 के मिशन दस्तावेज के मुताबिक दूसरा मार्स मिशन एक मार्स ऑर्बिट डस्ट एक्सपेरिमेंट , एक रेडियो ऑकल्टेशन प्रयोग, एक एनर्जेटिक आयन स्पेक्ट्रोमीटर और एक लैंगमुइर प्रोब और इलेक्ट्रिक फील्ड एक्सपेरिमेंट को ले जाएगा.