बच्ची बेसुध थी, कपड़े दिए(कपड़े दिए)

उज्जैन. मध्य प्रदेश के उज्जैन में 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की खबर ने हड़कंप मचा दिया है. नाबालिग बच्ची को फिलहाल इंदौर में भर्ती किया गया है. उसकी हालत फिलहाल ठीक बताई जा रही है.ग्राउंड जीरो पर जाकर तहकीकात की. जहां से नाबालिग बच्ची पैदल तक गई. उसके बीद टीम दंडी आश्रम तक पहुंची. यहां बच्ची की मदद करने वाले आचार्य राहुल शर्मा से बात की. उन्होंने बताया कि बच्ची की हालत बेहद खराब थी. मुझसे उसकी हालत देखी नहीं गई. मैंने उसे कपड़ दिए (कपड़े दिए) और बातचीत की. पीड़िता कुछ बोल नहीं पा रही थी. पुलिस ने फिलहाल एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.
आचार्य राहुल शर्मा ने बताया कि मैंने उसे माता-पिता का नाम नंबर देने के लिए पैन और कॉपी भी दिए. लेकिन, वह तो माता-पिता का नाम नंबर लिख पाई, न अपना. मैंने उससे कई बार पूछा कि तुम्हारी ऐसी हालत किसने की है, लेकिन वह कुछ भी बता नहीं पाई. इसके बाद मैंने पुलिस को इसकी सूचना दी. इसके बाद पुलिस आई और उसकी मदद की. आज वह बच्ची ठीक है. गौरतलब है कि शहर में महाकाल थाना क्षेत्र के मुरलीपुरा में 27 सितंबर को दुष्कर्म पीड़ित एक नाबालिग बच्ची बेसुध हालत में मिली थी. बच्ची बड़ी मुश्किल से बोल पा रही थी.
ढाई घंटे सड़कों पर भटकती रही बच्ची
बताया जाता है कि उसके कपड़े से खून टपक रहा था. बताया गया कि उज्जैन के सांवराखेड़ी कॉलोनी में बच्ची खून से सनी ढाई घंटे तक सड़क पर भटकती रही. लेकिन कोई शख्स उसकी मदद को आगे नहीं आया. बच्ची ने कॉलोनी के एक घर के बाहर खड़े युवक से मदद भी मांगी, लेकिन युवक ने मदद नहीं की. महाकाल थाना पुलिस को बच्ची के जो फुटेज मिले हैं, उसमें वह अर्धनग्न अवस्था में सड़क पर मदद मांगती नजर आ रही है. पुलिस मामले की जांच शुरू कर आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
पुलिस ने बच्ची को इलाज के लिए चरक अस्पताल में भर्ती कराया, जहां हालत गंभीर होने के बाद उसे डॉक्टरों ने इंदौर रेफर कर दिया. जानकारी के मुताबिक बच्ची की हालत में सुधार नहीं होने पर पुलिसकर्मियों ने अपना खून देकर मदद भी की, लेकिन उसके प्राइवेट पार्ट्स को अधिक नुकसान पहुंचने के कारण खून बहुत बह चुका था.