प्रत्येक विद्यालय में प्रतिदिन छात्रों को वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव हेतु जागरुक किया जाए, विद्यालय के 100 मीटर की परिधि में जलभराव न हो-जिलाधिकारी

मैनपुरी ( ब्यूरो रिपोर्ट): जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने वेक्टर जनित बीमारियों से बचावहेतु प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार 03 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले संचारीरोग नियंत्रण एवं 16 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले दस्तक अभियान के सफल संचालन हेतु अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक के दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि अभियान के दौरान वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव हेतु विद्यालयों, आंगनबाडी केन्द्रों के बच्चों को संचारी रोग से बचाव हेतु बरती जाने वाले सावधानियों के बारे में जागरूक किया जाए, विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों के आसपास 100 मीटर की परिधि में कहीं भी जल भराव की स्थिति न हो, विद्यालय परिसर, विद्यालय के बाहर की नालियों की प्रतिदिन सफाई हो, उसमें एंटीलार्वा का छिड़काव कराया जाए. शौचालय की दिन में 02 बार सफाई कराई जाए, विद्यालय परिसर से जल निकासी के बेहतर प्रबंध किए जाएं.
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विद्यालय के छात्र-छात्राओं को पूरी आस्तीन के कपड़े पहनने, नियमित रूप से हाथ धोने के लिए प्रेरित किया जाए, विद्यालय के आसपास कहीं भी झाड़ियां न हो, विद्यालय परिसर में स्थापित पानी की टंकियों की सफाई के साथ-साथ टंकियों के आसपास दवा का छिड़काव कराया जाए, विद्यालय परिसर में मच्छर रोधी पौधे यथा लेमनग्रास, तुलसी, गेंदा आदि लगाये जाए।श्री सिंह ने जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि कृतंक की रोकथाम हेतु प्रभावी कार्यवाही करें, शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक कृतंक, छछूंदर से फैलने वाली बीमारियों के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि गत अभियान के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई की स्थिति ठीक नहीं थी। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर निकाय को निर्देशित करते हुए कहा कि शहरी क्षेत्र से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक प्रतिदिन अभियान के तौर पर साफ-सफाई, नालियों की सफाई, झाड़ियों का कटान, एंटीलार्वा का छिड़काव, फॉगिंग कराई जाए। उन्होंने कहा कि वेक्टर जनित बीमारियों से बचने हेतु लोगों को जागरूक किया जाये, प्रतिदिन विद्यालय में छात्र-छात्राओं को इस संबंध में जानकारी दी जाये, प्रत्येक ग्राम पंचायत, नगर निकाय के वार्ड के व्यक्तियों को सप्ताह में एक बार जल पात्रों को साफ करने के लिए प्रेरित किया जाये। उन्होने कहा कि गत वर्ष, अब तक जिन क्षेत्रों में डेंगू, मलेरिया के मरीज मिले हैं उन स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जाये, ऐसे क्षेत्रों, ग्रामों को चिन्हित कर वहां जल निकासी से लेकर साफ-सफाई, फोगिंग के मुकम्मल इंतजाम किए जाये। पशुपालकों को पशु बाड़े की सफाई करने के लिए जागरूक किया
मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तृतीय चरण में संबंधित अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम की दिशा में कार्य करें, तत्काल कार्ययोजना बनाकर कार्ययोजना के तहत कार्य करें, तहसील, ब्लॉक, ग्राम स्तरीय अधिकारी, कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को वेक्टर जनित बीमारियों से बचाने हेतु जागरूक करें, सभी को पूरी आस्तीन के कपड़े पहनने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम हेतु साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, जल भराव को रोकने, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता पर विशेष जोर दिया जाये, सम्बन्धित विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर रोोगों की रोकथाम हेतु कार्यवाही करें। उन्होने कहा कि माइक्रो प्लान बनाकर तत्काल फॉगिंग, एंटीलार्वा का छिडकाव कराएं, ग्रामीण क्षेत्रो में ऐसे स्थान जहां जलभराव की स्थिति बनी रहती है उन्हें चिन्हित कर सम्बन्धित खंड विकास अधिकारी जल निकासी के मुकम्मल इंतजाम करें, नाले-नालियों की सफाई का विशेष ध्यान रखा जाये, कहीं भी जल भराव की स्थिति न रहे, सुनिश्चित किया जाये।बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आर.सी. गुप्ता, उप जिलाधिकारी सदर, घिरोर, किशनी, कुरावली, अभिषेक कुमार, अवनीश कुमार सिंह, योगेन्द्र कुमार, ध्रुव शुक्ला, जिला विद्यालय निरीक्षक सुधीर कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी तुलसीराम, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुप्रिया गुप्ता, मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. मदन लाल, एस.एम.ओ. डा. सिंह, यूनिसैफ से संजीव पाण्डेय, जिला कृषि अधिकारी डा. सूर्य प्रताप, समस्त खंड विकास अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी नगर निकाय आदि उपस्थित रहे। विभा