कोझिकोड में निपाह से 2 की मौत (कोझिकोड)
तिरुवनंतपुरम. केरल के कोझिकोड (कोझिकोड) जिले में निपाह वायरस के संक्रमण से दो लोगों की मौत के बाद अब नौ साल के एक बच्चे सहित दो और लोग वायरस से संक्रमित हो गए हैं. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज मंगलवार को यह जानकारी दी. केरल सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कोझिकोड में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया और लोगों को एहतियात के तौर पर मास्क का उपयोग करने की सलाह दी. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि सरकार दो लोगों की मौत को गंभीरता से ले रही है और स्वास्थ्य विभाग ने कोझिकोड में अलर्ट जारी किया है.
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने लोगों से “स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के निर्देशों का सख्ती से पालन करने और प्रतिबंधों में पूरा सहयोग करने” का आग्रह किया. उन्होंने कहा, “कोझिकोड जिले में निपाह वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है. संक्रमण से दो लोगों की मौत हो गई. जिन 4 लोगों के नमूने परीक्षण के लिए पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजे गए थे, उनमें से 2 निपाह पॉजिटिव हैं और 2 निपाह नेगेटिव हैं.”
‘कोझिकोड वायरस के लिए अलर्ट पर’
राज्य विधानसभा का सत्र चलने के बावजूद कोझिकोड पहुंचीं वीणा जॉर्ज ने कहा कि कोझिकोड वायरस के लिए अलर्ट पर है और सभी प्रोटोकॉल लागू हैं और आवश्यकता पड़ने पर लागू किए जाएंगे. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि केरल के कोझिकोड जिले में दो लोगों की मौत निपाह वायरस के कारण हुई. मांडविया ने कहा कि स्थिति का जायजा लेने और निपाह वायरस संक्रमण से निपटने में राज्य सरकार की सहायता के लिए विशेषज्ञों की एक केंद्रीय टीम केरल भेजी गई है.
पहली बार 2018 में कोझिकोड में निपाह का मामला आया था
वर्तमान संदिग्ध मामला उस स्थान से लगभग 15 किमी दूर दर्ज किया गया था, जहां दक्षिणी भारत में निपाह वायरस का प्रारंभिक प्रकोप पहली बार मई 2018 में कोझिकोड में और फिर 2021 में पहचाना गया था. निपाह वायरस संक्रमण मूल रूप से एक ज़ूनोटिक बीमारी है और यह जानवरों से मनुष्यों में फैल सकता है, इसके अलावा यह दूषित भोजन या संपर्क के माध्यम से भी फैल सकता है.