ब्रिक्स में शामिल होगा पाकिस्तान?(ब्रिक्स में )
इस्लामाबाद. ब्रिक्स समूह में (ब्रिक्स में ) हाल में हुए विस्तार के बीच खबर थी कि पाकिस्तान भी इस समूह का हिस्सा बनना चाहता था, लेकिन उसे इसमें जगह नहीं मिली. अब इसे लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तरफ से बयान आया है, जिसमें उसका दर्द साफ झलकता दिखा. इस्लामाबाद ने कहा है कि उसने अभी तक ब्रिक्स में शामिल होने के लिए औपचारिक रूप से अनुरोध नहीं किया है. उसने यह भी कहा कि पिछले कुछ वर्षों में इस समूह ने अपने व्यापक विस्तार की घोषणा करते समय पाकिस्तान की अनदेखी की है.
ब्रिक्स देशों के नेताओं ने 24 अगस्त को अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को समूह के नए पूर्णकालिक सदस्यों के रूप में शामिल करने का फैसला किया था, जिससे एक लंबी प्रक्रिया पर मुहर लग गई थी.
ब्रिक्स का गठन सितंबर 2006 में हुआ था और इसमें मूल रूप से ब्राजील, रूस, भारत और चीन (ब्रिक) शामिल था. बाद में इसमें सितंबर 2010 में दक्षिण अफ्रीका को पूर्ण सदस्य के तौर पर शामिल किया गया, जिसके बाद इसे ‘ब्रिक्स’ का नाम मिला.
‘ब्रिक्स के साथ अपने जुड़ाव पर निर्णय लेंगे’
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने विकासशील देशों के समूह द्वारा नए देशों को शामिल करने के एक दिन बाद शुक्रवार रात को अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग का विवरण जारी किया. बलूच ने कहा, ‘हम नवीनतम घटनाक्रम की जांच करेंगे और ब्रिक्स के साथ अपने भविष्य के जुड़ाव के बारे में निर्णय लेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान बहुपक्षवाद का प्रबल समर्थक है और कई बहुपक्षीय संगठनों के सदस्य के रूप में उसने हमेशा वैश्विक शांति और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.’
प्रवक्ता ने पाकिस्तान को एक महत्वपूर्ण विकासशील देश बताया, जिसने ‘दक्षिण के देशों के बीच शांति, एकजुटता और सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.’ उन्होंने कहा, ‘हम अंतरराष्ट्रीय सहयोग की भावना को बढ़ावा देने और समावेशी बहुपक्षवाद को पुनर्जीवित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने प्रयास जारी रखेंगे.’