कैसा है शानदार मौर्या शेरेटन (मौर्या शेरेटन)होटल का वो सूइट
दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में जी-20 सम्मेलन को लेकर तैयारियां चल रही हैं. इसमें चाकचौबंद सुरक्षा व्यवस्था से लेकर विदेशी मेहमानों के ठहरने की व्यवस्था तक हर चीज पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. सम्मेलन में शामिल होने वाले देशों के मेहमानों को ठहराने के लिए राजधानी दिल्ली और ग्ररुग्राम के 18 होटल पूरी तरह से तैयार हैं. इनमें दिल्ली का ली मेरिडियन, मौर्या शेरेटन (मौर्या शेरेटन) , इंपीरियल, हयात, ओबेराय, द ललित, ताज पैलेस, शांग्री-ला, द लोधी, ग्रांड, होटल ताज, पुलमेन, क्लेरिजेज, द लीला, जेडब्ल्यू मैरियट और आईटीसी मौर्या शामिल है. गुरुग्राम के लीला एम्बियंस और ओबेराय में भी विदेशी मेहमानों को ठहराया जाएगा.
विदेशी राष्ट्राध्यक्ष जब भी भारत का दौरा करते हैं, तो राजधानी में कई भव्य सुइट्स मेजबान की भूमिका निभाते हैं. इनमें ठहरने वाले राष्ट्राध्यक्षों को अत्याधुनिक सुरक्षा के साथ दुनिया की हर बेहतरीन सुविधा उपलब्ध कराई जाती है. जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए आ रहे अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को मौर्या शेरेटन के शानदार ‘चाणक्य सूइट’ में ठहराया जाएगा. चाणक्य सुइट 2007 में खुला और इसने दिल्ली के हॉस्पिटैलिटी बिजनेस में नए मानक स्थापित कर दिए. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा जब भी दिल्ली दौरे पर आए तो इसी सुइट में ठहरे.
चाणक्य सूइट की क्या हैं खूबियां?
चंद्रगुप्त मौर्य को सत्ता दिलाने वाले महान राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री के नाम पर बना चाणक्य सूइट अपनी अद्भुत सजावट और डिजाइन के लिए पहचाना जाता है. इस सूइट में अब कई राष्ट्राध्यक्ष और वैश्विक कंपनियों में उच्च पदों पर बैठे लोग ठहर चुके हैं. इस 4,600 वर्ग फुट के सूइट की सबसे खास बात इसका प्रवेश द्वार है. इसका प्रवेश कला से भरी रेशम से ढकी दीवारों के साथ शाही गलियारे का अनुभव कराता है. इस गतिलयारे के अंत में चाणक्य की एक शानदार मूर्ति रखी गई है. इस गलियारे के दरवाजे प्राइवेट और वर्कस्पेस में खुलते हैं. इनमें मास्टर बेडरूम, वॉक-इन अलमारी, निजी स्टीम रूम, सौना व जिम, 12-सीट्स वाला डाइनिंग रूम, गेस्ट रूम, स्टडी और ऑफिस स्पेस शामिल हैं. इन सभी में सूरज की रोशनी आने की पूरी व्यवस्था है.
दलाई लामा ने की काफी तारीफ
मौर्या शेरेटन के चाणक्य सूइट में ठहरने के दौरान दलाई लामा ने कहा था कि वह यहां अच्छी नींद लेते हैं. उनका कहना था कि चाणक्य सूइट की ऊर्जा काफी सकारात्मक है. इस सूइट में बराक ओबामा और दलाई लामा के अलावा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन व जॉर्ज बुश और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तथा सऊदी के किंग अब्दुल्ला समेत दुनियाभर के कई राष्ट्राध्यक्ष व शाही परिवार ठहर चुके हैं. जब ब्रुनेई के सुल्तान चाणक्य सूइट में ठहरे तो उन्होंने इसकी लाइट्स को गर्म पीली रोशनी के बजाय ठंडी सफेद रोशनी वाली व्यवस्था में बदलने को कहा था.
चाणक्य सूइट में विशेषाधिकार
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने चाणक्य सूइट से चेक आउट करने के ठीक पहले उनकी देखभाल करने वाले बटलर राहुल गुप्ता को उनके साथ एक फोटो लेने के लिए बुलाया था. वह उनकी मेहमाननवाजी से काफी खुश हुए थे. हालांकि, प्रोटोकॉल की वजह से राहुल गुप्ता ने पोटस से फोटो के लिए नहीं कहा था, लेकिन ओबामा ने उनके हावभाव को भांप लिया और उनके साथ फोटो खिंचवाया. चाणक्य सुइट में ठहरने वाले मेहमानों को कुछ विशेषाधिकार भी मिलते हैं. मेहमान अपनी इच्छा के मुताबिक कोई भी डिश ऑर्डर कर सकते हैं. इसमें दुनिया के किसी भी क्षेत्र की किसी भी विशिष्ट सामग्री से बनने वाली डिश शामिल हैं. मेहमान की डिमांग पर किसी भी डिश को यहां विशेष रूप से लाया और पकाया जाता है.
सूइट की कुछ विशेष खूबियां
चाण्क्य सूइट की दूसरी खासियतों में अजीज और तैयब मेहता जैसे प्रतिष्ठित कलाकारों की दुर्लभ कलाकृतियां भी शामिल हैं. अर्थशास्त्र के चित्र, थीम से जुड़े चांदी के गुलाब जल के स्प्रिंकलर, 600 थ्रेड काउंट लिनेन, नुलवाल्ड से स्टीम और सौना रूम भी इसमें शामिल रहते हैं. मास्टर बाथरूम में मदर ऑफ पर्ल इनले वर्क, विलेरॉय और बोच क्रॉकरी, क्रिस्टल डी पेरिस कांच के बर्तन रहते हैं. ये तमाम खूबियां विदेशी मेहमानों और खासकर राष्ट्राध्यक्षों को अपनी ओर खींचती हैं. सामान्य तौर पर इस सूइट में एक रात ठहरने के लिए आपको 8 लाख रुपये खर्च करने पड़ेंगे.