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सेहत के लिए भी खाएं काली मिर्च(काली-मिर्च)

काली मिर्च : कुकिंग के दौरान स्वाद का तड़का लगाने के लिए काली मिर्च  (काली-मिर्च) का इस्तेमाल ज्यादातर लोग करते हैं.आपको बता दें कि काली मिर्च सिर्फ खाने के स्वाद को बढ़ाने में ही मददगार नहीं होती है. बल्कि ब्लैक पेपर कई तरह की गंभीर बीमारियों को दूर रखने में भी कमाल का रोल निभाती है. तो आइये जानते हैं पोषक तत्वों से भरपूर काली मिर्च के कुछ सेहत सम्बन्धी फायदों के बारे में.

ब्लड शुगर कंट्रोल करती है: काली मिर्च ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है. बता दें कि ब्लेक पेपर को इंसुलिन का बेस्ट सोर्स माना जाता है. काली मिर्च का सेवन करने से शरीर का रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है. इसलिए डायबिटीज पेशेंट्स के लिए काली मिर्च को डाइट में शामिल करना बेहतर होता है.

कैंसर को दूर रखती है: काली मिर्च को रोजाना डाइट में शामिल करने से ब्रेस्ट या बोन कैंसर होने का रिस्क कम होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि काली मिर्च एंटी-कैंसर प्रॉपर्टीज से भरपूर होती है. जिसकी वजह से काली मिर्च कैंसर से लड़ने में मददगार हो सकती है.

पेट दुरुस्त रहता है: काली मिर्च आंतों के माइक्रोबायोटा को रेगुलेट करने और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है. जिसकी वजह से काली मिर्च को डाइट में शामिल करने से डाइजेशन मजबूत बनता है और गैस, एसिडिटी जैसी दिक्कत नहीं होती है.

ब्रेन फंग्शन को बूस्ट करती है: काली मिर्च में मौजूद पिपेरिन ब्रेन फंग्शन को बूस्ट करने में मदद करता है. ब्लेक पेपर को डाइट में शामिल करने से मेंटल हेल्थ दुरुस्त रहती है और अल्जाइमर जैसी बीमारी होने का खतरा कम होता है. साथ ही मेमोरी पावर को बढ़ाने में भी काली मिर्च कारगर है.
गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाती है: काली मिर्च के सेवन से बॉडी में लिपोप्रोटीन यानी गुड कोलेस्ट्रोल बढ़ता है. ये बात जानवरों पर की गयी एक स्टडी में सामने आयी. इसके तहत जिन जानवरों को काली मिर्च खाने के लिए दी गयी उनकी बॉडी में गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर में काफी सुधार पाया गया.
काली मिर्च के नुकसान: काली मिर्च खाने से कोई मेजर प्रॉब्लम नहीं होती है. लेकिन इसका ज्यादा मात्रा में सेवन करने से पाचन संबंधी परेशानी हो सकती है. साथ ही मुंह और गले में जलन की दिक्कत हो सकती है. लेकिन ऐसा केवल काली मिर्च के साथ ही नहीं है. किसी भी जड़ी-बूटी या गरम मसालों को ज्यादा मात्रा में डाइट में शामिल करने से ये दिक्कत होना बहुत आम है

 

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