कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी और सतर्कता अत्यन्त आवश्यक: मुख्यमंत्री
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी और सतर्कता अत्यन्त आवश्यक है। अत: इसमें कोई भी ढिलाई न बरती जाए। उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड-19 संक्रमण की जांच की व्यवस्था लगातार सुदृढ़ की जा रही है, जिसके चलते आज तक प्रदेश में 1.25 करोड़ कोविड-19 टेस्ट किए जा चुके हैं। 30 सितम्बर, 2020 तक यह संख्या 01 करोड़ थी। इस प्रकार 15 दिन में कोविड-19 टेस्ट की संख्या में 25 लाख की बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर व वाराणसी में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना की निगरानी के लिए सर्विलांस सस्टिम को और मजबूत किया जाए। उन्होंने आई0सी0यू0 बेड्स की संख्या निरन्तर बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अस्पतालों में दवाई व मेडिकल से जुड़ी अन्य आवश्यक सामग्री की उपलब्धता सरप्लस में सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने ‘प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके तहत अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जाए। उन्होंने नगर विकास विभाग को स्टेट लेवल बैंकिंग कमेटी (एस0एल0बी0सी0) आहूत करने के निर्देश दिए, ताकि लोगों को स्वरोजगार के लिए ऋण इत्यादि की सुविधा आसानी से उपलब्ध कराई जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सुरक्षा के दृष्टिगत हर थाने में एक महिला हेल्प डेस्क स्थापित की जाए। राज्य सरकार द्वारा लागू किया जा रहा ‘मिशन शक्ति अभियान शारदीय नवरात्रि से लेकर बासंतिक नवरात्रि तक निरन्तर चलाया जाएगा। महिला एवं बालिका सुरक्षा के दृष्टिगत यह राज्य सरकार का एक विशेष अभियान है, जिसमें पुलिस सहित अन्य विभागों का सहयोग अपेक्षित है। राज्य सरकार महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा व सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है। नवरात्रि के दौरान इसके प्रभावी क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत महिलाओं व बालिकाओं को आत्मरक्षा के तरीकों के प्रति सजग और जागरूक किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी जिलाधिकारी अपने-अपने जनपदों में इस अभियान को प्रभावी ढंग से लागू करें और इसकी मॉनिटरिंग भी करें और नोडल अधिकारी कार्यों की समीक्षा करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि धान किसानों की सुविधा के लिए धान क्रय केन्द्र पूरी सक्रियता से कार्य करें। इन केन्द्रों में धान की नमी को नापने वाले यंत्र की व्यवस्था की जाए, ताकि किसानों को धान विक्रय करने में कोई दिक्कत न हो। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण एवं बाल विकास एस0 राधा चौहान, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव नगर विकास दीपक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।