राज्य

क्या लोहे का बना है मेरा लिवर(liver) ? सीएम मान

नई दिल्‍ली. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शराब पीने के आरोप लगाने वालों को जवाब देते हुए कहा कि अगर वह पिछले 12 साल से रोज शराब पीते हैं तो फिर वे जिंदा कैसे हैं? एक टीवी शो में उन्‍होंने पूछा कि जैसा लोग कहते हैं तो क्‍या वह अभी जिंदा होते और क्‍या उनका लिवर(liver)  लोहे का है? उन्‍होंने कहा कि आखिर कैसे लोग कहते हैं कि मैं एक शराबी हूं जो शराब पीना बंद नहीं कर सकता.

सीएम भगवंत मान ने कहा कि ‘जब लोगों के पास कुछ नहीं होता तो वे कहने लगते हैं कि मैं पी रहा हूं. लेकिन मैं हर रोज सुबह 6 बजे उठता हूं और काम की फाइल मांगता हूं, जितना काम 75 साल में नहीं हुआ, उतना काम सवा साल में हो गया. सीएम मान ने बताया कि आखिर कैसे उनकी सरकार के तहत, राज्य में अब 88 प्रतिशत घरों में मुफ्त बिजली है… और आज जितना कोयला उपलब्ध है, उतना पहले कभी नहीं था.

2019 में शराब छोड़ने का ले चुके हैं संकल्‍प
भगवंत मान ने कहा, ‘काम करने का इरादा होना चाहिए.’ हालांकि उन पर बार- बार ऐसे आरोप लगते रहे हैं कि वे शराब पीने के आदी हैं. इससे पहले जनवरी 2019 में एक रैली में भगवंत मान ने सार्वजनिक रूप से AAP सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी मां की उपस्थिति में शराब छोड़ने का संकल्प लिया था. पिछले साल अप्रैल में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने आरोप लगाया था कि सीएम मान, तख्त दमदमा साहिब में नशे की हालत में दाखिल हुए थे. संगठन ने पंजाब के मुख्यमंत्री से माफी मांगने की भी मांग की थी.

शराब पीने के पहले भी लगते रहे हैं आरोप
अमृतसर में जारी एक विज्ञप्ति में, एसजीपीसी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रघुजीत सिंह विर्क ने कहा था कि मुख्यमंत्री ने शराब के नशे में सिख समुदाय के एक अत्यधिक सम्मानित आध्यात्मिक स्थल का दौरा किया और ‘सिख रहत मर्यादा (आचार संहिता) का उल्लंघन किया.” मान को अपनी गलती स्वीकार करने और पूरे सिख समुदाय से माफी मांगने के लिए कहा था. प्रेस रिलीज के अनुसार “सीएम के आचरण से पता चलता है कि उन्होंने गुरु घर को उचित सम्मान नहीं दिया. इस तरह उन्होंने सीएम के संवैधानिक कार्यालय की प्रतिष्ठा को भी कम कर दिया.

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button