पहाड़पुर में एक माह से फुंका पड़ा ट्रान्सफार्मर , आक्रोशित ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन,भाकियू किसान ने डीएम से ट्रान्सफार्मर बदलवाने की मांग की !

किशनी – इस चिलचिलाती गर्मी में बिजली जाने की कल्पना मात्र ही बेचैन कर देती है। सबसे ज्यादा परेशान होते हैं बच्चे,बुजुर्ग और नवविवाहिता महिलायें। जबकि युवा घर के बाहर निकल कर पेडों की ठंडी छांव में आराम कर सकते है। बिजली खराबी के बाद जब बिजली बिभाग के कर्मचारियों से शिकायत की जाती है तो वह अनुसना कर देते हैं। ग्राम सभा समान के गांव पहाड़पुर के ग्रामीण शरीर को जला देने बाली भीषण गर्मी में बिना बिजली के दिन और रातें काटने को मजबूर हैं। कारण वहां करीब एक माह से दो ट्रान्सफॉर्मर फुंके पडे हैं। जिससे करीब पचपन घरों में एक माह से अंधकार छाया हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि उनके कई बच्चे गर्मी के कारण बीमार पडचुके हैं। उनका कहना है कि वह लोग किसान हैं। रोजाना की कोई इनकम नहीं है। उनका जीवन पूरी तरह से खेती और किसानी पर निर्भर है। ऐसे में हर माह बिजली का बिल जमा कराना हर ग्रामीण के लिये सम्भव नहीं हैै।
ट्रान्सफॉर्मर न बदले जाने पर बिजलीघर की होगी तालाबन्दी
दो मई को अपनी सुबिधानुसार किसी ने आधा तथा किसी ने चौथाई बिल जमा करादिया था। इसके बाद उनकी लाइन खराब खराब होगई। काफी मानमनव्वल के बाद लाइनमेन ने कनैक्शन जोडा पर 18 मई को ट्रान्सफॉर्मर खराब होगया। इसके बाद उन्होंने 1912 पर कई बार शिकायत दर्ज कराई,जेई ओमप्रकाश से मनुहार की पर किसी ने उनकी नहीं सुनी। ग्रामीणों का आरोप है कि जेई ओमप्रकाश ने बिल बकाया होने का आरोप लगाकर शिकायत का निस्तारण कर दिया। पर अपने चहेतों के यहां एक डीपी के माध्यम से बिजली चालू रखी हुई है। जबकि बिल उनके भी बकाया है। ग्रामीणों ने ट्रान्सफॉर्मर के पास खडे होकर प्रदर्शन किया और डीएम से बिजली आपूर्ति शुरू कराने की मांग की हैै।
प्रदर्शन करने बालों अशोक,भूपेंद्र,राजेश,चंद्रपाल,दफेदार,बबलू,उदयवार,सुखदेव,नाथूराम,तिलक सिंह,महेंद्रपाल,रविन्द्र,रतीराम,रामेश्वर,उमेशपाल,राजेंद्र,विशेश्वर,जागेश्वर,ज्ञानेंद्र,धर्मवीर आदि थे। दूसरी ओर भा0कि0यू0 किसान के जिलाध्यक्ष अनुरूद्ध दुबे ने कहा कि बिजली बिभाग की मनमानी से किसान परेशान हैै। यह सच है कि किसान समय पर बिल जमा नहीं करापाता है यह उसकी धृष्टता नहीं वल्कि लाचारी है। किसानों के हाथ में फसलें बेचने के बाद ही पैसे आते हैं। बीच में वह उधार से ही काम चलाता है। इसका मतलब यह नहीं कि गांव के लोगों को एक एक माह तक बिजली से महरूम रखा जाय। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्दी ही ट्रांसफार्मर न बदला गया तो वह बिजलीघर की तालाबन्दी करने को बाध्य हो जायेेंगे।