सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष के शॉपिंग माल में तोडफ़ोड़, सील
बांदा । प्रशासन और पुलिस से पंगा लेना सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष को महंगा पड़ा। विकास प्राधिकरण ने करीब तीन वर्ष पूर्व जारी नोटिस पर अब सपा नेता के आलीशान भवन को नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में सील कर दिया। इतना ही नहीं आगे बनाए गए फुटपाथ आदि को जेसीबी से ध्वस्त करा दिया। इसके अलावा आसपास चिल्ला रोड पर अन्य अतिक्रमण भी ढहाए गए। आज दोपहर प्राधिकरण के प्रभारी सचिव, सिटी मजिस्ट्रेट सुरेंद्र सिंह प्राधिकरण के सहायक और अवर अभियंताओं के साथ चिल्ला रोड पर सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बीपी यादव की पत्नी रामप्यारी यादव के नाम से बने भवन पर पहुंचे। इसमें कई वर्षों से शॉपिंग मॉल चल रहा है। प्राधिकरण के दस्ते के साथ पुलिस उपाधीक्षक आलोक मिश्रा और कोतवाली प्रभारी दिनेश सिंह सहित बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स भी था। इस दस्ते ने शापिंग माल भवन के आगे फुटपाथ पर किए गए पक्के निर्माण और स्ट्रक्चर को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। साथ ही मॉल को सील कर दिया। प्राधिकरण सचिव द्वारा जारी सूचना में कहा गया कि रामप्यारी यादव ने होटल निर्माण के लिए मानचित्र पास कराया था। बेसमेंट में पार्किंग की व्यवस्था नहीं की। 18 नवंबर 2017 को प्राधिकरण ने नोटिस जारी कर वाद दर्ज किया था। यह अभी विचाराधीन है। सचिव ने कहा कि स्वीकृत मानचित्र के अनुसार भूतल पर रेस्टोरेंट, प्रथम तल पर कॉन्फ्रेंस हाल और द्वितीय दल पर वेंक्वेट हाल होना चाहिए। यही स्वीकृत है, लेकिन स्वीकृत भू उपयोग के विरुद्ध शॉपिंग माल विशाल मेगा मार्ट के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। गौरतलब है कि 21 सितंबर को सपा के प्रदर्शन में पूर्व जिलाध्यक्ष बीपी यादव प्रशासन और पुलिस से भिड़ गए थे। पुलिस की पिटाई से घायल होकर अस्पताल पहुंच गए थे। प्रशासन ने सपा नेता की बिल्डिंग में कार्रवाई के बाद उसी रोड पर महाराणा प्रताप चौक से इंदिरा नगर तक अतिक्रमण हटाए। सेंट जार्ज चर्च का गेट भी धराशाई किया। उधर, अन्य दुकानें और गुमटियां भी जेसीबी से तुड़वा दी गईं।