सूडान ( Sudan) से पहला बैच रवाना
ऑपरेशन कावेरी: सुडान में फंसे भारतीयों को निकालने का जिम्मा भारतीय नौ सेना ने अपने कंधों पर लिया है. सुडान ( Sudan) के बंदरगाह से आईएनएस सुमेधा आज दर्जनों यात्रियों को लेकर भारत वापस आ रहा है. यात्रियों में पुरुष, महिला और बड़ी संख्या में बच्चे शामिल हैं. बता दें कि सूडान में सेना और अर्द्धसैनिक बलों के बीच संघर्ष चल रहा है.
सूडान में सेना और अर्द्धसैनिक बलों के बीच चल रहा संघर्ष फिलहाल खत्म होता नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में भारत ने सूडान में फंसे अपने नागरिकों की सकुशल वापसी की कवायद शुरू कर दी है. मिस्र, फ्रांस और दूसरे देशों की मदद से इन सभी फंसे हुए यात्रियों को निकालने के काम किया जा रहा है.
फ्रांस ने भी हिंसाग्रस्त सूडान से रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत कुछ भारतीय नागरिकों समेत 28 देशों के सिटीजंस को सकुशल बाहर निकालाने काम किया. भारत ने भी ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान में फंसे लोगों के पहले जत्थे को रवाना किया है. पहले जत्थे में 278 लोग हैं जोकि सूडान पोर्ट से जेद्दाह के लिए आईएनएस सुमेधा में सवार होकर रवाना हो गए हैं.
सूडान में फंसे भारतीयों के पहले जत्थे को मंगलवार को ऑपरेशन कावेरी के तहत रवाना किया गया. आईएनएस सुमेधा सूडान के पोर्ट से भारतीयों के पहले बैच को लेकर जेद्दाह के लिए रवाना हुई.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि भारत ने युद्धग्रस्त सूडान में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी शुरू किया है.
विदेश मंत्री ने कहा कि सरकार सूडान में हमारे सभी लोगों की सहायता के लिए प्रतिबद्ध है. सरकार ने कहा कि वह वर्तमान में पूरे सूडान में रह रहे 3000 से अधिक भारतीय नागरिकों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
भारत के विदेश मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर जानकारी दी गई कि आईएनएस सुमेधा से 278 लोगों को सूडान पोर्ट से जेद्दाह के लिए रवाना कर दिया गया है. यह सभी भारतीय सूडान में फंसे हुए थे.
सूडान के सिविल वॉर में अब तक 413 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं 3551 से ज्यादा लोग इस संघर्ष में घायल हो गए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी सभी आंकड़ों की पुष्टि की है. सूडान संघर्ष में कम से कम 9 बच्चों के मारे जाने और 50 से अधिक के घायल होने की सूचना भी मिली है. ऐसे में यहां पर फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने की योजना बनाई गई है.
नई दिल्ली स्थित फ्रांसीसी दूतावास ने सोमवार को कहा था कि भारत सहित 28 देशों के 388 लोगों को बाहर निकाला गया है. दूतावास ने ट्वीट किया कि फ्रांस का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
सोमवार रात दो सैन्य विमानों से भारतीय नागरिकों सहित 28 देशों के 388 लोगों को बाहर निकाला गया है. इस अभियान के दौरान बाहर निकाले गए भारतीयों की संख्या के बारे में जानकारी नहीं मिली है.
एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूडान से भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने योजना तैयार करने के निर्देश दिये थे. इसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के साथ सूडान में स्थिति पर चर्चा की थी.