यूपी पुलिस ( UP Police) के 5 जाबांज अधिकारी
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट: यूपी पुलिस लगातार माफियाओं और बदमाशों पर ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है. हाल ही में यूपी पुलिस ने कई मुश्किल एनकाउंटरों को अंजाम दिया है. जिसके लिए पुलिस की प्रशंसा भी की जा रही है. हम बताने जा रहे हैं यूपी पुलिस ( UP Police) के उन जाबांज अधिकारियों के बारे में, जो एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर जाने जाते हैं. इन अधिकारियों का नाम गुंडे, बदमाश और माफियाओं के लिए किसी काल से कम नहीं है.
अमिताभ यश वर्तमान में यूपी पुलिस एसटीएफ के एडीजी हैं. उनकी अगुवाई में यूपी पुलिस अब तक 150 से भी ज्यादा बदमाशों का एनकाउंटर कर चुकी है. अमिताभ एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाते हैं और कई माफियाओं का उन्होंने सफ़ाया किया है. बता दें कि अमिताभ यश यूपी कैडर के 1996 बैच के IPS अधिकारी हैं. उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है और आईआईटी कानपुर से पोस्ट ग्रेजुएशन.
आईपीएस दीपक कुमार भी यूपी पुलिस के बहादुर अधिकारी हैं, जो अब तक 56 से भी ज्यादा एनकाउंटर कर चुके हैं. दीपक काफी सख़्त पुलिस ऑफिसर माने जाते हैं. वे वर्तमान में अलीगढ़ रेंज के डीआईजी हैं. इससे पहले वे अयोध्या, बांदा और लखनऊ में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. दीपक 2005 बैच के IPS अधिकारी हैं और बेगूसराय से आते हैं. उन्होने बीए ऑनर्स से ग्रेजुएशन के साथ एलएलबी किया है.
अनंत देव तिवारी यूपी कैडर के 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. अनंत 150 से ज्यादा अपराधियों का एनकाउंटर करने वाली टीम में शामिल रह चुके हैं. कुख्यात ददुआ और ठोकिया एनकाउंटर में भी उनकी अहम भूमिका बताई जाती है. अनंत का पीसीएस में सेलेक्शन 1987 में हुआ था. 2006 में वे संवर्ग से पदोन्नत होकर IPS अधिकारी बने थे.
यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार भी बेहद सख़्त पुलिस अफसर माने जाते हैं. इनके अगुआई में ही यूपी पुलिस ने हाल में कई माफियाओं को ढेर किया है. प्रशांत मूल रूप से बिहार से हैं. वे अब तक 300 से ज़्यादा बदमाशों से भिड़ चुके हैं. उन्हें वीरता के लिए तीन बार पुलिस पदक से भी नवाजा जा चुका है.
नवनीत सिकेरा भी यूपी के लोकप्रिय आईपीएस अधिकारी हैं. वे अब तक 60 से अधिक एनकाउंटर में शामिल रह चुके हैं. इनका नाम भी बड़े एनकाउंटर स्पेशलिस्ट में नाम गिना जाता है. नवनीत ने हिंदी मीडियम स्कूल से पढ़ाई की है. वहीं आईआईटी दिल्ली से उन्होंने बीटेक किया है. उन्हें UPSC में टॉप रैंक मिली थी, लेकिन उन्होंने आईएस छोड़कर आईपीएस बनने का निर्णय लिया. वे फिलहाल लखनऊ में पुलिस हेडक्वार्टर में आईजी पद पर तैनात हैं.