क्रिसमस तक बन जाएगा समंदर पर हाईवे(Highway )

मंबई ट्रांस-हार्बर लिंक : देश में लगातार बन रहे हाईवे,(Highway ) पुल और एक्सप्रेसवे से बड़े शहरों की दूरी कम होती जा रही है. मोदी सरकार जमीन, पहाड़, नदी, समुद्र हर जगह सड़कों का जाल बिछा रही है. इस कड़ी में अरब सागर पर बन रहा मंबई ट्रांस-हार्बर लिंकदेश का सबसे बड़ा सी-ब्रिज है.
मुंबई शहर को नवी मुंबई से जोड़ने वाला यह ब्रिज करीब 22 किलोमीटर लंबा है. मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी ने इस प्रोजेक्ट को 2023 में शुरू करने का लक्ष्य रखा है और काम पूरा करने के लिए 9,000 वर्कर्स लगाए गए हैं, जो 5 साल से काम में लगे हैं.
मंबई ट्रांस-हार्बर लिंक पर जब गाडि़यां दौड़ना शुरू हो जाएंगी तो मुंबई से गोवा तक 2 घंटे पहले पहुंचा जा सकेगा. यह ब्रिज दक्षिण मुंबई के सेवरी से शुरू होता है और एलीफैंटा आईलैंड के थाणे क्रीक नॉर्थ को पार करके चार्ली के पास खत्म होता है.
6 लेन का यह एक्सप्रेसवे मुंबई का भविष्य बदल देगा. इस एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद सिर्फ मुंबई को ही इसका फायदा नहीं मिलेगा, बल्कि गोवा पहुंचना भी आसान हो जाएगा. अभी मुंबई से नवी मुंबई के ट्रांस हार्बर तक पहुंचने में करीब 2.30 घंटे लग जाते हैं, जबकि इस सी-ब्रिज के जरिये सिर्फ 25 मिनट में पहुंचा जा सकेगा.
ब्रिज की चौड़ाई करीब 27 मीटर है. ऐसा नहीं है कि समंदर में होने की वजह से इस पर एक बार चढ़े तो 22 किलोमीटर बाद ही इससे नीचे उतर सकते हैं. बीच में ही उतरने की व्यवस्था भी इसमें है. ब्रिज पर मेडिकल इमरजेंसी के लिए दो एग्जिट लेन भी बनाए गए हैं.
इस ब्रिज को मुंबई का नया गेटवे माना जा रहा है. इसकी वजह यह है कि ब्रिज पूरब में मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे को पश्चिम के कोस्टल रोड से जोड़ेगा. इसके बाद पूरी मुंबई के लिए गोवा जाना और आसान हो जाएगा. twiter
इस प्रोजेक्ट की कॉस्ट करीब 17,843 करोड़ रुपये है और अप्रैल, 2018 में इसकी शुरुआत हुई थी. वैसे तो इस प्रोजेक्ट को 4.5 साल में पूरा होना था, लेकिन कोरोना की वजह से करीब 8 महीने की देरी हुई है. अनुमान है कि क्रिसमस तक यह बनकर तैयार हो जाएगा. माना जा रहा है कि ब्रिज शुरू होने के बाद इस पर रोजाना 70 हजार वाहन गुजरेंगे