15 दिनों के भीतर आएंगे 2 सियासी भूकंप!सुप्रिया(! Supriya)

मुंबई: अजित पवार के अगले कदम की अटकलों ने मंगलवार को महाराष्ट्र के राजनीतिक हलके में कयासबाजी का दौर जारी रखा. जबकि अजित पवार ने भाजपा में शामिल होने से खुद इनकार किया और कहा, ‘मैं राकांपा के साथ था और जब तक जीवित रहूंगा पार्टी के साथ रहूंगा.’ इधर शिवसेना विधायक और प्रवक्ता संजय शिरसाट ने कहा कि अगर अजित पवार राकांपा छोड़कर भाजपा या शिवसेना में शामिल होते हैं, तो उनका स्वागत है. लेकिन अगर उन्होंने एनसीपी का गुट बनाकर उसका भाजपा में विलय कर दिया, तो सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना राज्य सरकार से बाहर निकल जाएगी.
इस नाटक के बीच, एनसीपी सांसद सुप्रिया (! Supriya) सुले ने कहा कि अगले 15 दिनों में ‘दो राजनीतिक भूकंप, एक नई दिल्ली में और दूसरा महाराष्ट्र में’ आएंगे. उन्होंने विस्तार से कुछ नहीं बताया, हालांकि एजेंसियों ने एनसीपी के एक अनाम नेता के हवाले से बताया कि सुप्रिया सुले की टिप्पणी संभवतः शिवसेना मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले और राज्य सरकार के लिए इसके प्रभाव के संबंध में हो सकती है. जैसा कि खबरें सामने आईं कि अजित पवार ने एनसीपी विधायकों की बैठक बुलाई थी. हालांकि, शरद पवार ने अजित के बारे में अटकलों को खारिज कर दिया और कहा कि किसी ने एनसीपी विधायकों की कोई बैठक नहीं बुलाई है.
भाजपा के एक वरिष्ठ कैबिनेट सदस्य के हवाले से बताया कि अजित पवार के बीजेपी में शामिल होने का कोई सवाल ही नहीं था. अजित ने कहा कि उनके बारे में फैलाई जा रही सभी ‘अफवाहें’ उन्हें बदनाम करने और राकांपा में दरार पैदा करने की कोशिश का हिस्सा हैं. सुप्रिया से जब मीडियाकर्मियों ने पूछा गया कि अजित दादा कहां हैं? तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, ‘आप सभी चैनल वाले एक यूनिट अजित दादा के पीछे लगा लें. प्रदेश में कई समस्याएं हैं, राज्य में गलत तरीके से काम हो रहा है, एक कार्यक्रम रद्द करने से ऐसा कुछ नहीं होगा.’
अजीत दादा बीजेपी में शामिल होंगे या नहीं? इस सवाल पर सुप्रिया सुले ने कहा, ‘आप लोग यह बात दादा से ही पूछो, मेरे पास गॉसिप के लिए समय नहीं है. मैं जनप्रतिनिधि हूं और मेरे पास करने के लिए बहुत सारे काम है, इसलिए मुझे इसकी जानकारी नहीं है. लेकिन अजित दादा जैसा मेहनत करने वाला नेता हो, तो हर कोई उसे अपने साथ रखना चाहेगा, इसलिए इस तरह के बयान दिए जाते हैं.’ अजित पवार ने मंगलवार को अपने ट्विटर और फेसबुक अकाउंट से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सिंबल वाली फोटो हटा दी थी, जिसके बाद उनके एनसीपी छोड़ने की अटकलें और तेज हो गई थीं. लेकिन शाम होते-होते शरद पवार ने उन्हें मना लिया और वह राकंपा की इफ्तार पार्टी में उनके साथ मंच पर देखे गए.