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 ममता(Mamta) की जांच के लिए सीबीआई के पास पर्याप्त सबूत

हुगली: पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार को ममता (Mamta) बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी सरकार पर जमकर निशाना साधा और मांग की कि केंद्रीय एजेंसियां ​​सारदा घोटाले के तहत मुख्यमंत्री की जांच करें. टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को केंद्रीय जांच ब्यूरोद्वारा एक ताजा नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए, अधिकारी ने एजेंसी की कार्रवाई को ‘तेज’ और ‘सक्रिय’ बताया. सीबीआई ने अभिषेक बनर्जी को राज्य में शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में एजेंसी के सामने पेश होने के लिए नोटिस भेजा है.

यहां सिंगुर, हुगली में भाजपा नेता ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, ‘सीबीआई बहुत अच्छा और सक्रिय काम कर रही है. राज्य सरकार के इतने असहयोग के बावजूद, एजेंसी त्वरित काम कर रही है. टीएमसी विधायक जीबन कृष्णा साहा ने सीबीआई अधिकारियों से अपना फोन छीनने और सबूत मिटाने की कोशिश की. इसके मद्देनजर सीबीआई की कार्रवाई सही है और यह जारी रहनी चाहिए, वरना ममता और उनके लोग सारे सबूत नष्ट कर देंगे.’ उन्होंने आगे मांग की कि केंद्रीय एजेंसियां ​​कथित शारदा घोटाले के संबंध में ममता बनर्जी की जांच करें.

शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ‘अभिषेक बनर्जी के खिलाफ कई मामले चल रहे हैं. मैं सिर्फ केंद्रीय एजेंसियों से बुआ-भतीजा (ममता और अभिषेक बनर्जी) के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करता हूं. सीबीआई के पास शारदा घोटाले के तहत ममता की जांच के लिए पर्याप्त सबूत हैं लेकिन यह जांच नहीं कर रही है. अगर दिल्ली आबकारी नीति मामले में सीएम केजरीवाल से पूछताछ की जा सकती है, तो ममता से क्यों नहीं?’ बंगाल एलओपी ने आगे कहा, ‘इसी तरह, अभिषेक बनर्जी के खिलाफ और उनके कई परिवार के सदस्यों की संलिप्तता के बारे में बहुत सारे सबूत हैं. बंगाल की जनता पूछ रही है कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? साथ ही, मैं इस मुद्दे को रैलियों और अभियानों के दौरान उठा रहा हूं. अगर मैं झूठ बोल रहा हूं तो वह (अभिषेक बनर्जी) मेरे खिलाफ मानहानि का मामला क्यों नहीं दायर कर रहे हैं.’

टीएमसी नेता मुकुल रॉय के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर, अधिकारी ने सीधे कहा कि पार्टी को ‘ऐसे लोगों’ की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा, ‘हमें ऐसे लोगों में कोई दिलचस्पी नहीं है. हम केवल मेरा बूथ सबसे मजबूत के तहत अपने बूथों को मजबूत करने में रुचि रखते हैं. हमारे सांसद, विधायक और अन्य नेता गैर-भाजपा मतदाताओं को हमारी पार्टी के पक्ष में लाने के लिए काम कर रहे हैं. बंगाल बीजेपी बहुत आत्मनिर्भर है और हमें किसी अन्य नेता की जरूरत नहीं है.’ उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम पर भी हमला किया और कहा कि वह ‘भय मनोविकार’ के तहत ऐसा कर रही हैं.

शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ‘उन्होंने (ममता बनर्जी) अमित शाह को गुंडा और मुझे डकैत कहा. वह सिर्फ डर की वजह से इस तरह के अनैतिक बयान दे रही हैं. उन्होंने पिछले महीने चार बार गृह मंत्री को फोन कर अपनी पार्टी की राष्ट्रीय स्थिति को देखने का अनुरोध किया. लेकिन, गृह मंत्री ने उन्हें स्पष्ट रूप से कहा कि ईसीआई एक स्वतंत्र और संवैधानिक निकाय है और कानूनों के अनुसार काम करता है.’ अधिकारी ने यह भी कहा कि टीएमसी को बंगाल में अब तक के अपने शासन के दौरान भाजपा की तरह ‘सक्रिय विपक्ष’ का सामना नहीं करना पड़ा था. उन्होंने कहा, ‘सीपीएम और कांग्रेस दोनों की उनसे सेटिंग थी. लेकिन हम लगातार जनता के मुद्दे उठाते रहे हैं और भ्रष्टाचार के हर आरोप की जांच की मांग करते रहे हैं. टीएमसी के 200 विधायकों से लड़ने के लिए हमारे 70 विधायक काफी हैं. टीएमसी में हर कोई चोर है और जेल जाएगा.’

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