भगवान की कृपा से बनते हैं सभी कार्य – आचार्य पंडित श्री राम बहादुर
बिछवा – गांव नगला कोठी में चल रही भागवत कथा के अंतिम दिन कथा वाचक आचार्य पंडित राम बहादुर ने कहा कि भगवान की कृपा से सभी कार्य बनते हैं उन्होंने बताया कि मानव मस्तिक लटका रहता है। कभी अंत दृष्टि की प्रधानता हो जाती है कभी बाहरी दृष्टि की ।आज का युग ही ऐसा है भगवान के अस्तित्व पर भी अविश्वास प्रकट किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में इस दिव्य लीला का रहस्य समझकर लोग तरह-तरह की शंका प्रकट करते रहते हैं ।यह बात पहले ही समझ लेनी चाहिए कि भगवान का शरीर जीव की भांति जड़ नहीं होता ।जबकि सत्ता केवल जीव की दृष्टि में में होती है।
उन्होंने कहा कि दृष्टांत के यथार्थ स्वरूप और परम माधुर्य का आस्वादन उन्हीं को मिलता है जो लोग दूसरों की कल्पना भी नहीं करते है । इसलिए उसमे प्राकृत पाश्च भौतिक शरीर वाले स्त्री पुरुषों के रमण या मैथुन की कल्पना भी नहीं की जा सकती ।इसलिए भगवान को उपनिषदों में अखंड ब्रह्मचारी बताया गया है कथा के अंतिम दिन जमकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी साथ ही कंस वध के साथ दुष्टों का संहार करने के लिए प्रभु के विभिन्न अवतारों के बारे में बताया गया। साथी कथा का समापन भी कराया गया कथा में पंडित श्याम मिश्रा मधु मिश्रा जितेंद्र गुड्डी मिश्रा गोपी गोपाल पुष्पेंद्र अतुल मिश्रा निशा मिश्रा विमला मिश्रा निधि मिश्रा के अलावा राघव दीक्षित शशिकांत दुबे विष्णु कांत के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे।