भारत में पुलिस क्यों पहनती है खाकी(khaki)?

पुलिस की वर्दी-बहुत से लोगों का सपना होता है कि वो पुलिस में भरती हो जाएं, पर कई लोगों के लिए ये सिर्फ सपना रह जाता है. अमिताभ बच्चन से लेकर रणवीर सिंह तक, जैसे बड़े-बड़े एक्टर्स तक फिल्मों में पुलिसवाले का किरदार निभाने के लिए बेताब रहते हैं. इसी वजह से अगर आप गौर करेंगे, तो लगभग हर बड़ा एक्टर, एक न एक बार पुलिस की वर्दी में नजर आ चुका है. खाकी वर्दी में खास बात तो होती है, जो लोग उससे पहनने के लिए उतावले रहते हैं पर क्या आप जानते हैं कि आखिर भारत के राज्यों में पुलिस की यूनिफॉर्म खाकी (khaki) रंग की ही क्यों होती है? खाकी की पावर दिखाने वाली एक फिल्म का नाम भी खाकी था, पर आप शायद ही ये जानते होंगे कि खाकी का रंग आया कहां से!
पुलिस की पहचान ही खाकी रंग से होती है, पर ये रंग कैसे चुना गिया, इसके पीछे भी बड़ा इतिहास है. जब अंग्रेज भारत में आए, तो उन्होंने पुलिस डिपार्टमेंट की यूनिफॉर्म सफेद रंग की तय की. दिखने में वो अच्छी तो लगती थी, पर सफेद रंग के साथ एक बड़ी समस्या ये थी को वो जल्दी गंदा हो जाता था. ऐसे में गंदी यूनिफॉर्म पहनना अनुशासनहीनता मानी जाती थी. इस वजह से ब्रिटिश ऑफिसर्स ने अपनी यूनिफॉर्म को डाई करना शुरू कर दिया.
खाकी रंग की क्यों होती है पुलिस की यूनिफॉर्म?
उस वक्त डाई करने के लिए चाय की पत्तियों का प्रयोग किया जाता था जिससे यूनिफॉर्म का रंग हल्का पीला से लेकर भूरा हो जाता था. जब 1847 में नॉर्थवेस्ट फ्रंटियर के गवर्नर जनरल ने एक सैनिक को खाकी रंग की पोशाक पहने देखा, बस तब से ही उन्होंने पुलिस की यूनिफॉर्म के लिए खाकी रंग ही चुन लिया. बस तब से ही पुलिस की यूनिफॉर्म खाकी रंग की होने लगी. अब अगर भारत के हर राज्य में पुलिसकर्मी खाकी पहनते हैं, तो कोलकाता पुलिस सफेद यूनिफॉर्म क्यों पहनती है?
कोलकाता पुलिस की यूनिफॉर्म क्यों होती है सफेद?
बंगाल के अन्य जिलों की पुलिस भी खाकी रंग ही पहनती है, पर अकेले कोलकाता पुलिस ही ऐसी है जो सफेद रंग के कपड़े पहनती है. चलिए आपको इसका भी कारण बता देते हैं. दरअसल, कोलकाता पुलिस और बंगाल पुलिस अलग-अलग हैं. 1861 में ब्रिटिश राज के दौरान बने नियमों के हिसाब से बनी राज्य पुलिस से अलग कोलकाता पुलिस की व्यवस्था थी, जो केवल शहर पर लागू होती थी. ऐसे में अपनी विशेष पहचान के लिए कलकत्ता पुलिस की ड्रेस अलग रखी गई. कोलकाता पुलिस आज भी ब्रिटिश काल के पुराने ड्रेस कोड को फॉलो करती है. कई रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया है कि कलकत्ता में गर्मी काफी ज्यादा पड़ती है, इस वजह से सफेद यूनिफॉर्म होने से कर्मियों को काफी सहूलियत होती है.