अक्षय तृतीया पर माता लक्ष्मी की विधि.विधान से करें पूजा,साधक को मिलता है अक्षय पुण्य

New Delhi:हिंदू धर्म में वैशाख मा के शुक्लपक्ष की तिथि को अक्षय तृतीया का पावन पर्व मनाया जाता है. हिंदी में जिसका क्षय न हो उसे अक्षय कहा गया है. इसी मान्यता को लिए लोग अक्षय तृतीया के पावन पर्व का पूरे साल इंतजार करते हैं. जिस अक्षय तृतीया की साधना का साधक को अक्षय पुण्य मिलता है, हिंदू मान्यता के अनुसार यदि अक्षय तृतीया वाले दिन कोई व्यक्ति पूरे विधि.विधान से माता लक्ष्मी की पूजा, उनके मंत्रों का जप और उनकी पूजा से जुड़े कुछ सरल एवं सिद्ध उपाय करता है तो उसके यहां पूरे साल माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है. उसका धन का भंडार दिन दोगुना, रात चौगुना बढ़ता जाता है. अक्षय तृतीया पर माता लक्ष्मी की विधि.विधान से पूजा करने के बाद आदि शंकराचार्य द्वारा रचित कनकधारा स्तोत्र पढ़ना या फिर सुनना चाहिए. यदि आप ऐसा न कर सकें तो कम से कम माता लक्ष्मी के मंत्र को कमलगट्टे की माला से जपना चाहिए. मान्यता है कि जो भक्त अक्षय तृतीया पर माता लक्ष्मी की विधि.विधान से पूजा करता है, उस पर पूरे साल धन की देवी की कृपा बरसती है. यदि बहुत परिश्रम और प्रयास के बाद भी आपके जीवन में रुपए पैसों की किल्लत बनी रहती है तो आपको अक्षय तृतीया के दिन अपने घर में श्रीयंत्र को स्थापित करके उसकी विधि.विधान से पूजा और माता लक्ष्मी के मंत्रों का जप करना चाहिए. यदि अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदकर लाया जाए तो वह उनके पास अधिक समय तक न सिर्फ बना रहेगा, बल्कि उसमें वृद्धि भी होगी. इस साल 22 अप्रैल 2023 को मनाया जाएगा.