गैंगस्टर दीपक बॉक्सर(Deepak Boxer) ने किया बड़ा खुलासा-

नई दिल्ली : गैंगस्टर दीपक बॉक्सर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल दबोचने में सफल रही है, जिसके बाद उसे मेक्सिको से भारत लाया गया. बुधवार को दीपक बॉक्सर को स्पेशल सेल ने पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया था, जहां उसे अदालत ने आठ दिन की रिमांड पर जांच एजेंसी को सौंप दिया था. दिल्ली पुलिस की पूछताछ में दीपक बॉक्सर (Deepak Boxer) ने बड़ा खुलासा किया है.
दीपक बॉक्सर ने पूछताछ के दौरान दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल को बताया कि वह जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से फोन के जरिये लगातार बात करता था. दीपक ने कहा कि उसने अपनी फरारी के दौरान भी कई बार लारेंस बिश्नोई से इंटरनेट कॉल के जरिये और ऐप के जरिए बात की थी. दीपक बॉक्सर से जल्द ही NIA भी पूछताछ कर सकती है. एनआईए उससे आर्गेनाइज क्राइम सिंडिकेट टेरर केस में पूछताछ करेगी.
मालूम हो कि दीपक बाक्सर का फर्जी पासपोर्ट बनाने में करीब 80 लाख रुपये खर्च हुए थे. ये पैसा बाक्सर ने नहीं बल्कि जिस शख्स ने बाक्सर का फर्जी पासपोर्ट बनवाया उसने खर्च किये थे. उस शख्स ने बदले में बाक्सर को एक हत्या का टास्क दिया था.
दीपक बाक्सर एक अन्य गैंस्टर गोल्डी बराड़ के भी संपर्क में था. दीपक की योजना थी कि वह गोल्डी और फर्जी पासपोर्ट बनवाने में मदद करने वाले शख्स की मदद से मेक्सिको और अमेरिका में रुक सके. अमेरिका में दीपक बाक्सर के वफादार मौजूद थे और गोल्डी ने उसके लिए सेफ हाउस का इंतजाम कराया था. गोल्डी का प्लान था कि अगर दीपक बाक्सर अमेरिका पहुंच जाए और वहां की एजेंसी के रडार पर आ जाए तो राजनीतिक शरण का हवाला देकर भारत आने से बच जाएगा.
दीपक बाक्सर को प्लान के मुताबिक चार से पांच बड़ी टारगेट किलिंग करनी थीं. जिसमें कुछ हत्याएं बमबीहा गैंग के लोगों की करने का प्लान था. लेकिन हाल में स्पेशल सेल बाक्सर को अमेरिका की FBI से दबोचने में सफल हुई है. जिसके बाद उसे मेक्सिको से भारत लाया गया था. उससे स्पेशल सेल पूछताछ कर रही है और वो गैंग के कई राज उगल रहा है.