एक ही रात में बदल गए लोस उपचुनाव (-election )के समीकरण

चंडीगढ़. जालंधर पश्चिम के पूर्व कांग्रेस विधायक और दलित नेता सुशील रिंकू को आम आदमी पार्टी आप ने जालंधर लोकसभा उपचुनाव के (-election ) लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. सुशील रिंकू बीते बुधवार को ही राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा की मौजूदगी में आप में शामिल हुए हैं. ज्वाइनिंग सेरेमनी फगवाड़ा के पास एक रिसोर्ट में आयोजित की गई थी. उन्हें बीते कल ही लोकसभा उपचुनाव के लिए पार्टी का उम्मीदवार घोषित किए जाने की संभावना जताई जा रही थी, जबकि अब उन्हें आधिकारिक तौर पर उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है. उनके पार्टी का उम्मीदवार बनने से उपचुनाव में एक ही रात में समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं.
हालांकि कि बीते दिन सीएम मान ने कहा था कि हम सर्वेक्षण करने और लोगों से उनकी पसंद के उम्मीदवार के बारे में पूछने की एक प्रणाली का पालन करते हैं. सीएम चेहरे के रूप में मेरी घोषणा के दौरान भी ऐसा किया गया था. पार्टी जालंधर उपचुनाव के उम्मीदवार के लिए भी यही प्रक्रिया अपनाएगी. रिंकू को अपने साथ जोड़ने के आप के कदम से आने वाले चुनावों में कांग्रेस की संभावनाओं को झटका लगने की संभावना है. परंपरागत रूप से जालंधर कांग्रेस का गढ़ रहा है, जिसे सत्तारूढ़ आप इन चुनावों में तोड़ने की कोशिश कर रही है. 2022 में आप के पक्ष में लहर के बावजूद, कांग्रेस यहां की नौ विधानसभा सीटों में से पांच पर जीत हासिल करने में सफल रही थी. दो हफ्ते पहले आप ने जालंधर कैंट के पूर्व अकाली विधायक जगबीर बराड़ को भी अपने साथ जोड़ा था.
रिंकू ने जालंधर लोकसभा उपचुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी आलाकमान ने जालंधर के मृतक सांसद संतोख सिंह चौधरी की विधवा करमजीत कौर चौधरी के नाम की घोषणा करके सहानुभूति का लाभ उठाने की कोशिश की. इस साल 14 जनवरी को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान चौधरी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था, जिसके बाद से यह सीट खाली हो गई थी. बीते बुधवार को दोपहर तक कांग्रेस नेता रिंकू को आप में जाने से मना करते रहे. इस पूरे समय में, रिंकू पार्टी के सभी कार्यक्रमों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकों में भाग लेते रहे, जिसमें हाल ही में आयोजित “संविधान बचाओ” अभियान भी शामिल है.